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रेलवे स्टेशन पर अब ये सुनाई देगा...ना सिमरन ना, ट्रेन में भागकर ना चढ़ना, जानिए

रेलवे ने आए दिन होने वाली ट्रेन दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने का एक बेहतर उपाय ढूंढ निकाला है। अब अापको यात्रीगण कृपया ध्यान दें की जगह फिल्मों के डायलॉग सुनाई देंगे।

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 22 Feb 2018 06:15 PM (IST)Updated: Fri, 23 Feb 2018 11:19 PM (IST)
रेलवे स्टेशन पर अब ये सुनाई देगा...ना सिमरन ना, ट्रेन में भागकर ना चढ़ना, जानिए
रेलवे स्टेशन पर अब ये सुनाई देगा...ना सिमरन ना, ट्रेन में भागकर ना चढ़ना, जानिए

पटना [जेएनएन]। ट्रेन से हो रहे रहे हादसों को रोकने के लिए अब रेलवे नई पहल करने जा रही है, जिसमें अब आपको जल्द ही रेलयात्री कृपया ध्यान दें कि जगह फिल्मी डायलॉग सुनने को मिलेंगे। इस अनोखी पहल की शुरुआत फिलहाल कटिहार रेल मंडल से शुरू करने की तैयारी चल रही है।

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अब अापको रेलयात्री कृपया ध्यान दें की जगह शाहरुख खान और काजोल की सुपरहिट फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ का मशहूर डायलॉग ‘जा सिमरन जा...जी ले अपनी जिंदगी...’ की तर्ज पर बने डायलॉग न सिमरन न, ट्रेन में भाग कर न चढ़ना, यह जानलेवा हो सकता है...’ जैसे फिल्मी डायलॉग स्टेशनों में सुनाई देंगे।

इसकी जानकारी देते हुए सीनियर डीसीएम बी के मिश्रा ने कहा कि इस तरह की कार्य योजना प्रस्तावित है। इस पर फिलहाल वर्क आउट किया जा रहा है। निकट भविष्य में इस पर अमल होगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही एेसे डायलॉग कटिहार समेत न्यू जलपाईगुड़ी जैसे बड़े स्टेशनों के साथ ही अन्य स्टेशनों पर सुनाई देंगे।

उन्होंने बताया कि आए दिन हो रहे रेल हादसे को रोकने के लिए रेलवे स्टेशनों पर जल्द ही फिल्मों और टेलीविजन के डायलॉग से मिलते-जुलते स्लोगन सुनाई देंगे। इनके माध्यम से लोगों को रेल हादसे से बचने के लिए जागरूक किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि लोगों के दिमाग में टीवी सीरियल व फिल्मों के डॉयलाग आसानी से घर कर जाते हैं और लोगों को याद हो जाते हैं इसी वजह से हूबहू टीवी सीरियल और फिल्मों के डायलॉग से मिलते जुलते स्लोगन तैयार किए जा रहे हैं।

इन स्लोगंस के जरिए लोगों को खतरे के बारे में समझाना आसान होगा। क्योंकि, अक्सर ट्रेन में चढ़ने व उतरने के दौरान ही यात्री हादसों के शिकार हो जाते हैं। पिछले कुछ समय से ऐसी घटनाओं में इजाफा हुआ है। इसी को ध्यान में रखकर फिल्मों और टेलीविजन के डायलॉग का स्लोगन के रूप में उपयोग किया जा रहा है।

रेलवे के इस पहल का उद्देश्य यह है कि उनका जीवन अनमोल है, इसलिए हड़बड़ाहट में यात्री अपनी जान जोखिम में ना डालें और चलती ट्रेनों में सवार नहीं हों। क्योंकि हड़बड़ी में चलती ट्रेन में चढ़ने उतरने की एक छोटी सी गलती से यात्रियों की जान जा सकती है। ऐसे में यात्रियों काे यह समझना जरूरी है कि ट्रेन जब प्लेटफार्म पर खड़ी हो तभी चढ़ें या उतरें।


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