मैट्रिक और इंटर के लिए रजिस्ट्रेशन की अवधि बढ़ी
- बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए बिहार बोर्ड ने किया फैसला ---------- रजिस्ट्रेशन और तार
- बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए बिहार बोर्ड ने किया फैसला
----------
रजिस्ट्रेशन और तारीख
09 सितंबर तक अंतिम तिथि है अगले साल होने वाली मैट्रिक परीक्षा के रजिस्ट्रेशन के लिए
03 अक्टूबर तक विलंब शुल्क के साथ रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं मैट्रिक के विद्यार्थी
07 सितंबर तक विलंब शुल्क के साथ रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए
---------
जागरण संवाददाता, पटना : बाढ़ के मद्देनजर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक और इंटर के रजिस्ट्रेशन की अवधि बढ़ा दी है। आवेदन और शुल्क जमा करने की अवधि में भी विस्तार किया गया है। समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर को उम्मीद है कि बढ़ी हुई अवधि तक सभी विद्यार्थी रजिस्ट्रेशन करा लेंगे।
बाढ़ग्रस्त जिलों के लिए मैट्रिक परीक्षा 2018 के रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि नौ सितंबर कर दी गई है। पहले यह तिथि 25 अगस्त थी। अब विलंब शुल्क के साथ 10 सितंबर से तीन अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन होगा। बाढ़ प्रभावित जिलों के सरकारी स्कूल भरे गए रजिस्ट्रेशन आवेदन को एजेंसी के पास बिना विलंब दंड के 10 से 15 सितंबर तक जमा कर सकते हैं। विलंब दंड के साथ आवेदन चार से 10 अक्टूबर तक जमा होंगे। संबद्ध विद्यालय रजिस्ट्रेशन के आवेदन अपने जिले के शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में 10 से 12 सितंबर तक और विलंब दंड के साथ तीन से आठ अक्टूबर के बीच जमा करेंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी आवेदन को 12 से 15 सितंबर तक और विलंब दंड के साथ नौ अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक उपलब्ध कराएंगे। प्रभावित जिलों में रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करने की तिथि 11 से 18 अक्टूबर तक है। विलंब दंड के साथ यह तिथि 19 से 28 अक्टूबर तक निर्धारित की गई है।
इंटर के लिए विलंब दंड के साथ सात सितंबर तक रजिस्ट्रेशन के आवेदन एजेंसी को उपलब्ध कराए जा सकते हैं। पहले यह तिथि 18 अगस्त थी। बाढ़ प्रभावित जिलों के विद्यार्थियों को बढ़ाई गई तारीख से राहत मिलेगी। गौरतलब यह कि रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करने की तिथि सभी जिलों के लिए बढ़ाई गई है। रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करने की तिथि चार से 12 सितंबर के बीच कर दी गई है। पहले यह 25 अगस्त तक थी। विलंब दंड के साथ रजिस्ट्रेशन शुल्क 15 से 23 सितंबर तक जमा किया जा सकेगा। पहले 28 अगस्त तक ही जमा कर सकते थे।
----------
इन जिलों को माना गया है बाढ़ प्रभावित : अररिया, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, किशनगंज, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, मधुबनी, कटिहार, सहरसा, गोपालगंज, दरभंगा, खगड़िया, शिवहर, सारण, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और समस्तीपुर।