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गणतंत्र दिवस पर आतंकी हमले का अलर्ट, नेपाल के रास्ते घुसपैठ की आशंका

गणतंत्र दिवस पर बिहार में नेपाल के रास्ते आतंकवादी घुसपैठ कर सकते हैं, इसके लिए नेपाल से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 23 Jan 2017 03:45 PM (IST)Updated: Mon, 23 Jan 2017 10:40 PM (IST)
गणतंत्र दिवस पर आतंकी हमले का अलर्ट, नेपाल के रास्ते घुसपैठ की आशंका
गणतंत्र दिवस पर आतंकी हमले का अलर्ट, नेपाल के रास्ते घुसपैठ की आशंका

पटना [जेएनएन]। कानपुर रेल हादसे के तार नेपाल से जुड़े होने का खुलासा होने के बाद नेपाल से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। खास कर भारत-पाक सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। आशंका है कि घटना का खुलासा होने के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेन्सी आईएसआई और दूसरे आतंकी संगठन भारत में आतंकी हमला करने के फिराक में है।

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भारतीय खुफिया एजेंसियों ने यह आशंका जतायी है कि आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए पाक समर्थित आतंकी नेपाल से जुड़ी खुली सीमा के रास्ते घुसपैठ कर सकते हैं।

6 कम्पनियां बॉर्डर पर करेंगी विशेष चौकसी

एसएसबी 45 वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट मनोज वर्णवाल ने बताया कि आंकितयों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए एसएसबी पूरी तरह चौकस है। इसके लिए सीमा पर नाका, पेट्रोलिंग और सर्च अभियान को तेज कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि एसएसबी 45 वीं बटालियन की 6 कम्पनियां बॉर्डर पर विशेष चौकसी कर रहे हैं। इतना ही नहीं 21 से 27 जनवरी तक सीमा पर ऑपरेशन रक्षक चलाया जायेगा। इसमें लगभग एक हजार से अधिक जवान होंगे। यह अभियान बॉर्डर के 15 किमी के दायरे में चलाया जायेगा।

सीमा पर चौकसी की मॉनिटरिंग

मालूम हो कि वीरपुर से कुनौली तक भारत-नेपाल की सीमा पूरी तरह खुली हुई और पहलें भी कई आतंकी इस रास्ते से भारत में दाखिल हो चुके हैं। इससे घुसपैठ की आशंकाओं के बीच बिहार-नेपाल सीमा पर एसएसबी पूरी तरह से अलर्ट है।

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गणतंत्र दिवस पर आतंकवादियों के किसी भी तरह के मंसूबे को नाकाम करने के लिए एसएसबी के वरीय अधिकारी भी सीमा पर चौकसी की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा अभी देश विरोधी गतिविधियों और सुरक्षा में सेंधमारी का पर्याय बन गया है। 1875 किमी लंबी इस अंतर्राष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा पर करीब एक अरब से अधिक खर्च हो रहे हैं।

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सीमा क्रॉस करने वाले घुसपैठ

भारत-नेपाल की खुली सीमा देश के लिए घातक साबित हो रही है। एसएसबी 45 वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट मनोज वर्णवाल ने बताया सीमा क्रॉस करने वाले घुसपैठ को रोकने के लिए 21 से 27 जनवरी तक ऑपरेनशर रक्षक चलाया जायेगा। इसके लिए बॉर्डर पर जवान चौकन्ने और अलर्ट हैं। इसमें 6 कम्पनियों को लगाया गया है। उधर, सीमा पर आने-जाने वालों की सघन तलाशी ली जा रही है। हर रास्ते पर चेक पोस्ट बनाया गया है।


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