JNU छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया ने कहा - देश में शिक्षा सबको एक समान मिले
पटना में जन प्रतिरोध मार्च में शामिल होने जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार आज पटना पहुंचे। सरकार पर जमकर हमला बोला। इस बार पहले जैसी सुरक्षा नहीं दिख रही।
पटना [जेएनएन]। जवाहरलाल नेहरू विवि में लगे देशविरोधी नारों के विवाद के बीच चर्चा में आए जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार का बुधवार को पटना में पहले जैसा स्वागत नहीं हुआ। पिछली बार सरकार ने पलक पांवड़े बिछाए, इस बार सुरक्षा की रस्म अदायगी हुई। कन्हैया का भी सुर बदला ही रहा।
दिल्ली से पटना पहुँचे जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उपाध्यक्ष शेहला राशिद का पटना हवाई अड्डे पर शानदार स्वागत किया गया। वहाँ से वे सीधे बेऊर जेल, पटना में बंद साथियों से मुलाक़ात करने पहुँचे। साथियों ने कहा कि हमारे जेल में बंद होने का कोई दबाव न लें। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित कराने की माँगें पूरी होने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
कहा कन्हैया ने - देश की शिक्षा व्यवस्था बदहाल
इसके बाद छात्र नेताओं ने पटना विश्वविद्यालय से विधानसभा तक प्रतिरोध मार्च में शिरकत किया। छात्र-नौजवानों को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने गाँधी मैदान, पटना में कहा कि जिस देश के शिक्षा मंत्री व प्रधानमंत्री की डिग्री ही संदिग्ध हो, वहाँ किसी छात्र की डिग्री का क्या कहना ? यह देश की शिक्षा-व्यवस्था की हालत को दर्शाता है।
केंद्र सरकार पर बरसे कन्हैया
कन्हैया ने केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की और कहा कि इस सरकार ने विश्वविद्यालयों को युद्ध क्षेत्र में तब्दील कर दिया है। शिक्षा को बाज़ार के हवाले कर सबसे ज़्यादा सामाजिक न्याय की अवधारणा को निशाना बनाया जा रहा है । जो नेता छात्र आंदोलन की उपज हैं, कम-से-कम उन्हें छात्रों के सवालों के प्रति उदासीन नहीं होना चाहिए।
फर्ज़ी मुक़दमे में फंसाकर अपने छात्र -नौजवानों को वाजिब सवाल उठाने पर तंग करने वाली सरकार एक दिन ख़ुद तंग हो जाती है। हम अभिव्यक्ति की आज़ादी के पक्ष में अपनी सारी ताक़त झोंक देंगे। बेऊर जेल में बंद एआइएसएफ राज्य सचिव साथी सुशील समेत सभी साथियों को बेशर्त रिहा करना होगा। पटना विश्वविद्यालय में छात्रों की माँगें पूरी होने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी ।
वही एअाइएसएफ के राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार ने सभी से संगठित हो संघर्ष करने का आह्वान किया।। मार्च में प्रो नवल किशोर चौधरी, एअाइएसएफ के पूर्व राज्य सचिव प्रमोद प्रभाकर संगठन के राज्य उपाध्यक्ष निखिल कुमार झा राज्य कार्यकारिणी सदस्य आकाश गौरव विकाश झा पुष्पेन्द्र शुक्ला महेश कुमार धनंजय कुमार राहुल कुमार सहित सैकड़ो लोग उपस्थित थे।
कन्हैया ने कहा कि देश में राष्ट्रपति का बेटा हो या चपरासी की संतान, सबको शिक्षा एक समान, सबको शिक्षा एक समान ।
रोका गया प्रतिरोध मार्च
प्रतिरोध मार्च को जेपी गोलंबर के पास रोक दिया गया। इस दौरान पुलिस से छात्रों की झड़प भी हुई। लेकिन भारी पुलिस बंदोबस्ती के कारण छात्र बैरिकेडिंग से आगे नहीं जा पाए। मार्च गांधी मैदान से आगे नहीं बढ़ पाया तो गांधी मैदान में ही सभा शुरू हो गई।
आर्ट कॉलेज के छात्रों का निलंबन वापस हो
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करते कन्हैया ने कहा, मुख्यमंत्री जी, आप छात्रों के समर्थन से चुनाव जीत कर आए हैं, मुख्यमंत्री बने हैं। आर्ट कॉलेज के छात्रों का निलंबन तत्काल वापस कराइए। कहा कि छात्रों के हित में सरकार को आगे बढ़कर काम करना चाहिए।
बिहार में रिजल्ट घोटाले का ठीकरा केंद्र के माथे पर फोड़ा। कहा कि बिहार ही नहीं, पूरे देश में शिक्षा व्यवस्था चौपट होने के कगार पर पहुंच गई है। इसके लिए केंद्र की नीतियां जिम्मेदार हैं।
इस बार नहीं दिखी पहले जैसी आवभगत-सुरक्षा
इस बार सरकार की ओर से भी कन्हैया की सुरक्षा व्यवस्था भी ढीली दिखी। गांधी मैदान के पास भारी पुलिस जमावड़ा तो दिखा पर कन्हैया की सुरक्षा का प्रबंध नहीं था। इससे पहले भी कन्हैया पटना आए थे, तब उनके लिए राज्य सरकार ने पलक-पांवड़े बिछाए थे।
उनकी सुरक्षा मे स्कॉट को लगाया गया था लेकिन इस बार का नजारा बिल्कुल बदला हुआ है। इस बार कन्हैया को पुलिस की एक गाड़ी और एक स्थानीय बस मुहैया कराई गई है। पिछली बार एंबुलेंस भी साथ चलती थी लेकिन इस बार वह भी नहीं थी।
एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत
इससे पूर्व पटना पहुंचे कन्हैया की एयरपोर्ट पर छात्रों ने जोरदार स्वागत किया। एयरपोर्ट से निकलकर कन्हैया छात्र दल के साथ बेउर जेल गए, जहां उन्होंने जेल में बंद एआइएसएफ के राज्य सचिव सुशील कुमार और अन्य सात छात्रों से जेल में मुलाकात की।
जेल से बाहर निकलते हुए कन्हैया ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि वे एक छात्र नेता होने के कारण पटना आर्ट्स कॉलेज के छात्रों के लिए पटना आए हैं। एआइएसएफ के सुशील कुमार उनके पुराने साथी हैं। टॉपर्स घोटाले मे पूछे जाने पर कन्हैया ने कहा कि मामले की पुलिस जांच चल रही है। घोटाले से बिहार की छवि खराब हुई है। कन्हैया ने राज्य सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि इस मामले में सरकार ने बेहतर कार्रवाई की है।
सुशील कुमार को बताया पुराना साथी
बेउर जेल के पास बातचीत में कन्हैया ने कहा कि वह छात्र नेता होने के कारण आर्ट कॉलेज के छात्रों के साथ हैं।आज वह छात्रों के कारण ही पटना आए हैं। एआइएसएफ के सुशील कुमार उसके पुराने साथी रहे हैं। पहले से ही जेल प्रशासन ने मुलाकात की अनुमति दे दी थी।
कन्हैया कुमार के नेतृत्व में पटना आर्ट कॉलेज बचाओ संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आंदोलनकारी छात्र संगठन ने दोपहर 12 बजे पटना विश्वविद्यालय के गेट से प्रतिरोध मार्च निकाला ।जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के साथ उपाध्यक्ष शेहला राशिद शोरा भी इस मार्च में शामिल थीं।
मार्च को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। कारगिल चौक से गुजरता हुआ मार्च जेपी गोलंबर पहुंचा तो वहां पुलिस ने अवरोधक लगाकर इसे आगे बढ़ने से रोक दिया।
बिहार पुलिस का अजब कारनामा, रेप पीडि़ताओं के नाम फेसबुक पर डाले ...जानिए
पटना में कन्हैया के आगमन को लेकर राजनीतिक सरगर्मी है। सत्ताधारी महागठबंधन व विपक्ष की निगाहें उनपर टिकी रहीं। कन्हैया के राजनीतिक बयानों पर भी सबकी नजरें बनी रहेगी।रविशंकर का नीतीश पर हमला, कहा - केंद्रीय योजनाओं के लिए जमीन दें सीएम