वित्तीय अनुशासन में रहें पैक्स : मंत्री
पटना। राज्य के सभी प्राथमिक कृषि साख समितियां (पैक्स) अपने आप को वित्तीय अनुशासन के दायरे म
पटना। राज्य के सभी प्राथमिक कृषि साख समितियां (पैक्स) अपने आप को वित्तीय अनुशासन के दायरे में लाकर मानिकीकरण के पैमाने पर खरा उतरें। राज्य सरकार अपनी योजनाओं का माइक्रोफाइनेंसिंग पैक्सो के माध्यम से कराने पर विचार कर रही है। सभी पैक्सों को सशक्त बनाने के लिए कम्प्यूटरीकृत करने का फैसला ले लिया गया है। इसी उदेश्य से पैक्स अध्यक्षों व सचिवों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उक्त बातें सहकारिता मंत्री आलोक कुमार मेहता ने रविवार को बिहार राज्य को-आपरेटिव फेडरेशन सभागार में पाटलिपुत्र सेंट्रल को-आपरेटिव बैंक की वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए कहीं।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि दो तीन वर्षो से पद्धति में बदलाव के कारण धान खरीद प्रक्रिया को तेज करने में परेशानी उत्पन्न हो रही है। समस्याओं का समाधान कर धान खरीद में तेजी लाने का प्रयास हो रहा है। मंच संचालन जिला को-आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष सैयद मशरूक आलम ने की।
मोकामा में शाखा और फतुहा व बाढ़ में एटीएम
पाटलिपुत्र को-आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अशोक कुमार ने घोषणा किया कि बैंक पैक्सों को नौ फीसदी पर धान खरीद के लिए राशि उपलब्ध कराएगी। कर्मचारियों की नियुक्ति होते ही मोकामा में ब्रांच खोले जाएंगे। मसौढ़ी फतुहा और बाढ़ में एटीएम मशीन शीघ्र खोल दिया जाएगा। आमसभा में सहकारी नेता पंचानंद शर्मा, को-आपरेटिव फेडरेशन के अध्यक्ष विनय कुमार शाही, बिहार राज्य को-आपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक शांत रक्षित,पाटलिपुत्र को-आपरेटिव बैंक के उपाध्यक्ष रामविशुन सिंह यादव आदि ने भाग लिया।
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इनसेट
-दो माह में होंगी को-ऑपरेटिव बैंकों में नियुक्तियां---
बिहार राज्य को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष रमेश चंद्र चौबे ने कहा कि दो माह में को-आपरेटिव बैंकों में कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो जाएगा। सहकारी संस्थाओं का काम अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों को आर्थिक सहयोग करना है। इस अवसर पर बिस्कोमान अध्यक्ष डा. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि पूरे राज्य में धान अधिप्राप्ति में समस्या उत्पन्न हो रही है। पैक्सों को सशक्त बनाने के लिए कृषि यंत्र पैक्स अध्यक्षों में माध्यम से वितरण कराया जाए।