127 फर्जी शिक्षक और चार लाइब्रेरियन होंगे बर्खास्त
पटना। फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के आधार पर माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नियोि
पटना। फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के आधार पर माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नियोजित शिक्षकों को सरकार ने बर्खास्त करने का फैसला किया है। ऐसे शिक्षकों की संख्या तकरीबन 127 है। इसके अलावा चार लाइब्रेरियन भी हैं, जिन्हें बर्खास्त किया जाना है।
शिक्षा विभाग के मुताबिक शुक्रवार को जिला योजना पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने डीपीओ को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने जिलों की नियोजन इकाइयों को निर्देश दें कि फर्जी चिह्नित किए गए शिक्षक तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किए जाएं। उल्लेखनीय है कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने गुरुवार को 127 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर ऐसे शिक्षक सरकारी सेवा पाने में सफल हो गए थे। बाद में शक के आधार पर जांच शुरू करने के पहले पटना हाईकोर्ट के आदेश पर ऐसे शिक्षकों को मौका भी दिया गया था कि वे स्वेच्छा से अपने पद से इस्तीफा करें। बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षकों ने इस्तीफा किया भी था, परंतु जिनके खिलाफ अब प्राथमिकी हुई है उन्होंने अपना इस्तीफा नहीं किया था।
जहानाबाद में ज्यादा फर्जी : फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर सबसे ज्यादा नियोजन जहानाबाद जिला में हुआ था। वहां 52 नियोजित शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज हुई है। रोहतास में 33, भोजपुर में 5, पटना और बांका में 4-4, अरवल और मुजफ्फरपुर में 3-3, मुंगेर और वैशाली में 2-2, नवादा में एक शिक्षक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई है। इसके साथ ही 11 जिलों की 42 नियोजन इकाइयों के विरुद्ध भी मामला दर्ज किया गया है।