'अटल सरकार ने देवगौड़ा की जाति को दिया ओबीसी का दर्जा'
इस पर भाजपा ने इन्हें याद दिलाया है कि देवगौड़ा जिस समय प्रधानमंत्री बने उस समय उनकी जाती अति पिछड़ा वर्ग में नहीं था । अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने उनकी जाति को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल किया था । भाजपा ने कहा है कि इस मामले पर
पटना। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा नरेंद्र मोदी को देश का पहला ओबीसी प्रधानमंत्री बताए जाने पर राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। अमित शाह के बयान पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी नहीं, बल्कि एचडी देवगौड़ा देश के पहले ओबीसी प्रधानमंत्री थे। इस पर भाजपा ने इन्हें याद दिलाया है कि देवगौड़ा जिस समय प्रधानमंत्री बने उस समय उनकी जात अति पिछड़ा वर्ग में नहीं था ।
दैनिक जागरण से विशेष बातचीत के दौरान भाजपा नेता और केंद्रीय कृषिमंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने उनकी जाति को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल किया था । भाजपा ने कहा है कि इस मामले पर लालू-नितीश गलत बयानी कर रहे हैं । लालू ने ही देवगौड़ा को किया सबसे ज्यादा अपमानित किया।
बकौल नीतीश, पिछड़ा वर्ग का होना नहीं, बल्कि काम करना अहम होता है। भाजपा को झूठ बोलने की आदत है। लोगों को बरगलाने के लिए भाजपा के नेता झूठ बोलते रहते हैं। नरेंद्र मोदी नहीं, बल्कि एचडी देवगौड़ा देश के पहले ओबीसी प्रधानमंत्री थे।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के मुताबिक अमित शाह इतिहास को झुठला रहे हैं। देश के पहले ओबीसी प्रधानमंत्री देवेगौड़ा थे, जिन्हें मैंने बनाया था। उस वक्त मैं जनता दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष था।
शनिवार को विकास मित्रों के लिए आयोजित एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम के बाद नीतीश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल होने के लिए वे 13 जुलाई को दिल्ली जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जनता के सामने भाजपा एक्सपोज हो गई है। वह कहती कुछ है, जबकि करती कुछ और है। समाज को विभाजित करना ही भाजपा की विचारधारा है। सत्ता में आने के 14 महीने के बाद भी भाजपा अपना एक वादा नहीं पूरा कर सकी और अब लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ओबीसी प्रधानमंत्री की बात छेड़ दी।
नीतीश ने कहा कि गरीबों के प्रति अगर केंद्र सरकार की नीयत साफ है तो वह जाति आधारित जनगणना सार्वजनिक क्यों नहीं कर रही है, इससे केंद्र के इरादे का पता चलता है।
जाति आधारित आंकड़े की जानकारी के आधार पर योजनाएं बनेंगी। इससे विकास की दौड़ में पिछड़ गई जातियों का उत्थान होगा। केंद्र सरकार अगर गरीबों की हिमायती है तो बोलने के बजाए उनके विकास के लिए काम करे।
केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए नीतीश ने कहा कि दिल्ली वाले धीरे-धीरे पैर खींच रहे हैं और राज्यों पर बोझ बढ़ा रहे हैं। गरीबों का पैसा काटा जा रहा है और अमीरों का पैसा बढ़ाया जा रहा है। केंद्र सरकार के असहयोग के बाद भी राज्य सरकार गरीबों के विकास से संबंधित काम करती रहेगी और इंदिरा आवास, मनरेगा जैसी योजनाओं पर आंच नहीं आने देगी।
लालू ने कहा, 50 की उम्र में ओबीसी बने नमो
अपने बयान में लालू ने कहा कि पता नहीं अमित शाह और नमो इतना बड़ा झूठ बोलकर लोगों से कैसे मिल पाते हैं। उन्हें इतिहास की जानकारी नहीं है। भ्रामक प्रचार एवं थैलियों के दम पर भोले-भाले लोगों को बरगलाकर सत्ता में आ गए। नमो खुद को पिछड़ा कहते हैं पर यह नहीं बताते कि वह 50 वर्ष की उम्र में पिछड़ा बने। उससे पहले वह अगड़ा थे।
बकौल लालू, कमीशन फॉर बैकवर्ड क्लासेस की वेबसाइट पर गुजरात ओबीसी की लिस्ट देखी जा सकती है। इसमें नमो की जाति मोड घांची 23वें नंबर पर है, जो चार अप्रैल 2000 को ओबीसी में परिवर्तित हुई है। तब गुजरात एवं केंद्र दोनों जगह भाजपा की सरकार थी। नमो तब भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री थे।