मंगल गीत पर गोपियां जमकर झूमीं
पटना। 'आओ मेरी सखियां मुझे मेहंदी लगा दो' 'रहे मेरे मुख में सदा तेरा नाम ओ राधा के श्याम ओ मीरा के श
पटना। 'आओ मेरी सखियां मुझे मेहंदी लगा दो' 'रहे मेरे मुख में सदा तेरा नाम ओ राधा के श्याम ओ मीरा के श्याम' 'मुरली बजाकर मोढना क्यो कर लिया किनारा' मंगल गीत व शहनाइयों की गूंज पर गोपियां नाचती रहीं। मौका था जालान भवन में चल रहे संगीतमय भागवत कथा के दौरान रुक्मिणी विवाह का। राधे श्याम परिवार की ओर से पुरुषोत्तम माह के मौके पर चल रहे भागवत कथा में मुंबई के आचार्य बलदाऊ जी शास्त्री ने गोपी गीत, उद्धव चरित्र, रुकमिणी मंगल विवाह जैसे प्रसंगों की व्याख्या की।
कार्यक्रम में सुश्री अंकिता मित्तल, दीपू, नैन सिंह, पायल, प्रिथल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई। कथा को सफल बनाने में विजय मित्तल, शोभा गुप्ता, कविता पोद्दार, प्रमोद कसेरा, संजीव देवड़ा, सरोज जायसवाल, चक्रेश अग्रवाल, अनूप पोद्दार, संगीता झुनझुनवाला, चंदन अग्रवाल समेत अन्य थे।
उधर मच्छरहट्टा स्थित श्री संकट मोचन मार्ग में शिव अन्नपूर्णा नवयुवक मंडल के तत्वावधान में चल रहे विष्णु यज्ञ व भागवत कथा के सातवें दिन आचार्य संतोष उपाध्याय के आचार्यत्व में विद्याभूषण पांडे ने यज्ञ, हवन, पूजा व आरती कराई। वृंदावन के आचार्य सिया शरण शास्त्री ने भागवत कथा के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण के गुणों पर प्रकाश डाला। रात्रि में झांसी की साध्वी सरोज बाला ने श्रीकृष्ण को चितचोर, माखन चोर, मुरलीधर बताते हुए उनके क्रियाकलापों से अवगत कराया। सुमधुर गीतों पर श्रोता झूमते रहे। इस मौके पर त्रिलोकी गोलवारा, रतन सिंहा, अनिल मल्होत्रा, महावीर मोदी, हेम राज जैन, रमेश गोलवारा, अरुण मिश्रा, जय कृष्ण चंद्रवंशी, जर्नादन अग्रवाल, पंकज कुमार, संतोष मिश्रा समेत अन्य थे।