भूकंप के झटकों ने डराया, अब भारी बारिश की संभावना ने चौंकाया
भूकंप के लगातार झटकों का खौफ लोगों के चेहरे पर अभी तक छाया हुआ है। इसी बीच मौसम विभाग द्वारा 30 अप्रैल तक बारिश और तेज हवा चलने की संभावना जताने के बाद लोगों में दहशत है।
टीम जागरण, पटना। भूकंप के लगातार झटकों का खौफ लोगों के चेहरे पर अभी तक छाया हुआ है। इसी बीच मौसम विभाग द्वारा 30 अप्रैल तक बारिश और तेज हवा चलने की संभावना जताने के बाद लोगों में दहशत है। इस संबंध में राज्य के पूर्व और उत्तर-पूर्व जिलों में 48 घंटे में आंधी-तूफान का अलर्ट भी जारी किया गया है।
सोमवार को मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार उत्तर-पूर्व के 10-12 जिलों में हल्की बारिश और एक-दो जगहों पर आंधी आने की संभावना है। चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका और जमुई में विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
अगले पांच दिनों तक मौसम में अचानक परिवर्तन के साथ गरज एवं बारिश के होने का पूर्वानुमान है। हाल के दिनों में बारिश कम होने के कारण कोसी प्रक्षेत्र में लगातार निम्न दाब कायम है। जिसके कारण अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी की ओर से आने वाले बादल और हवा पूर्व व उत्तर-पूर्व कहर बरपा सकते हैं। इसका सीधा असर आम एवं लीची की फसल पर पडऩे की संभावना है। कोसी इलाके में किसानों को अपनी फसल सुरक्षित रखने एवं फसलों की थ्रेसिंग तुरंत कराने को लेकर सतर्क किया जा रहा है।
इन्होंने बताया-
'30 अप्रैल तक रूक-रूक कर बारिश और तेज हवाएं चलती रहेंगी। आसमान पर बादल छाए रहेंगे। 29 अप्रैल को भारी बारिश के साथ हल्की आंधी भी आ सकती है। इसके कारण आम और लीची की फसल को काफी नुकसान होगा। कोसी के इलाके में निम्न दाब के कारण इसका असर अधिक होगा।'
-डा. सुनील, मौसम वैज्ञानिक
'अभी प्री-मानसून सीजन है ऐसे में पूर्वी और पश्चिमी हवाओं के मिलने के कारण बादल बनते रहते हैं। इनका रेडियस 5-10 किमी होता है। ये कम समय में ही बनते हैं जिसके कारण रडार पर जल्द सूचना नहीं मिल पाती।'
-एके सेन, निदेशक, मौसम विभाग, पटना