बोधगया के आइआइएम में जुलाई से होगी पढ़ाई
राज्य सरकार ने 150 एकड़ जमीन की उपलब्धता को देखते हुए बोधगया में ही आइआइएम की स्थापना करने का फैसला लिया है। इस बाबत सरकार ने स्थल निरीक्षण करने आई केन्द्रीय टीम को अवगत करा दिया है।
पटना। राज्य सरकार ने 150 एकड़ जमीन की उपलब्धता को देखते हुए बोधगया में ही आइआइएम की स्थापना करने का फैसला लिया है। इस बाबत सरकार ने स्थल निरीक्षण करने आई केन्द्रीय टीम को अवगत करा दिया है। केन्द्र सरकार ने भी बिहार के पहले आइआइएम में इसी साल के जुलाई से पढ़ाई प्रारंभ करने की मंजूरी दे दी है। पहले बैच की पढ़ाई प्रारंभ कराने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा मगध विवि के दूरस्थ शिक्षा भवन के दो फ्लोर में अस्थाई व्यवस्था सुनिश्चित करायी जा रही है। पहले बैच में 60 से 70 विद्यार्थियों का नामांकन लिया जाएगा।
उच्च शिक्षा निदेशक प्रो.एसएम करीम ने शुक्रवार को बताया कि आइआइएम में पढ़ाई शुरू कराने और बिल्डिंग समेत अन्य आधारभूत संरचना का विकास में आइआइएम, इंदौर की भूमिका मेंटर की होगी। आइआइएम में पढ़ाई शुरू कराने हेतु सरकार की ओर से क्या-क्या व्यवस्था की जा रही है, इसकी सारी जानकारी केन्द्रीय टीम को दे दी गई है। आइआइएम में पढऩे वाले विद्यार्थियों की आवासीय सुविधा का अस्थायी प्रबंध मगध यूनिवर्सिटी के 90 कमरों का एक छात्रावास में किया जाएगा, जबकि फैकल्टी के लिए बोधगया के अच्छे होटल को किराये पर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अपर सचिव अमरजीत सिन्हा के नेतृत्व वाली केन्द्रीय टीम ने बोधगया में आइआइएम की स्थापना हेतु चिह्नित स्थल पर संतुष्टि जतायी है। केन्द्रीय टीम अगले सप्ताह अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को देगी।