मौत से हार गई अपनी 'मलाला'
पढ़-लिखकर वो भी इंदिरा नूरी, अरुंधति भïट्टाचार्या, टेसी थॉमस, नीलम धवन, नैना लाल किदवयी जैसा बनना चाहती थी। मलाला की तरह उसके भी कई ख्वाब थे। लेकिन उसके अपने ही खून के प्यासे हो गए। जिद किया तो पति ने ही गला दबाकर हत्या कर दी।
कटिहार। पढ़-लिखकर वो भी इंदिरा नूई, अरुंधति भïट्टाचार्या, टेसी थॉमस, नीलम धवन, नैना लाल किदवयी जैसा बनना चाहती थी। मलाला की तरह उसके भी कई ख्वाब थे। अपने देश में भी ऐसी ही मलाला थी। पढऩा चाहती थी, नाम कमाना चाहती थी, लेकिन उसके अपने ही खून के प्यासे हो गए। जिद किया तो पति ने ही गला दबाकर हत्या कर दी।
बीए पार्ट वन की परीक्षा देने के बाद पढ़ाई जारी रखने की जिद के कारण शहर के कुलीपाड़ा सलामत नगर मोहल्ले के नेहाल अहमद की नवविवाहिता पुत्री जेबा परवीन की गला दबाकर उसके पति मो. आजाद ने बेगूसराय जिले के बरौनी स्थित गाछो टोला में मंगलवार को हत्या कर दी। परिजनों को स्थानीय ग्रामीणों द्वारा हत्या किए जाने व ससुराल वालों द्वारा शव दफनाने की योजना की जानकारी दी गयी। परिवार वालों ने इसकी जानकारी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार को दी और बरौनी के लिए रवाना हो गए। जेबा के परिजनों के पहुंचने पर ससुराल वाले शव छोड़कर फरार हो गए।
बेगूसराय में अंत्यपरीक्षण कराने के बाद परिजन बुधवार को जेबा का शव लेकर कटिहार पहुंचे। जेबा के पिता नेहाल अहमद ने बताया कि उनकी पुत्री की शादी वर्ष 2013 में बरौनी के फुलवरिया थाना क्षेत्र के गाछोटोला दर्जी टोला निवासी शहाबुद्दीन के पुत्र मो. आजाद के साथ हुयी थी। इस बीच वह एक बच्चे की मां भी बनी। शादी के बाद से ही ससुराल वालों द्वारा दहेज की मांग की जाती थी। उनकी बेटी को पढ़ाई करने से भी रोका जाता था।
नेहाल ने बताया कि मंगलवार को ही उन्होंने अपनी बेटी को बीए पार्ट वन का एडमिट कार्ड आने एवं परीक्षा के लिए कटिहार आने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि परीक्षा देने की जिद करने के कारण उसके पति ने अपने परिवार वालों के साथ मिलकर गला दबाकर जेबा की हत्या कर दी। बताया जाता है कि आरोपी आजाद के बड़े भाई ने भी पांच वर्ष पूर्व अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी।