लफंगे छात्राओं को देते हैं अगवा की धमकी
वे सभी डरी-सहमी थीं, भय किसी अनहोनी का। पर हिम्मत नहीं हारी थी, शोहदों ने घर से अगवा करने की धमकी दी है। रोज छेडख़ानी करते हैं, विरोध पर तर-तरह की धमकी देते हैं। स्थानीय थाना पुलिस पर विश्वास नहीं है।
पटना। वे सभी डरी-सहमी थीं, भय किसी अनहोनी का। पर हिम्मत नहीं हारी थी, शोहदों ने घर से अगवा करने की धमकी दी है। रोज छेडख़ानी करते हैं, विरोध पर तर-तरह की धमकी देते हैं। स्थानीय थाना पुलिस पर विश्वास नहीं है। सिटी एसपी शिवदीप लांडे से मिल लफंगों को सबक सिखाने की ख्वाहिश लेकर पहुंची थीं। मॉक ड्रिल होने के कारण सिटी एसपी नहीं मिले। मातहतों ने आवेदन लिख कर देने को कहा, बोलीं - मिलकर ही जाएंगे। जब ज्यादा समय लगने का हवाला दिया गया, तो एसएसपी के यहां लोगों की फरियाद सुन रहे एएसपी राशिद जमां को आवेदन दिया गया।
महिला सुरक्षा के प्रति शासन, पुलिस प्रशासन की सजगता के बावजूद मनचलों के जेहन में पुलिस का खौफ नहीं रहा गया है। दूसरी तरफ राजधानी पुलिस महिलाओं को सुरक्षा के घेरे में रखने का दावा कर रही है लेकिन, हकीकत कुछ और ही है। पटना में मनचलों की करतूत से छात्राओं का राह चलना दुश्वार हो गया हैै। कुछ ऐसा ही हुआ मुंगेर से आकर पटना में पढ़ाई करने वाली चार छात्राओं के साथ। चारों छात्राएं सैदपुर भिकना पहाड़ी नहर रोड के पास किराये के मकान में एक साथ रहती हैं। दो माह पूर्व मुंगेर के मंगलबाजार की रहने वाली चारों छात्राएं यूपीएससी की तैयारी करने राजधानी में आईं। एक माह तक तो सबकुछ ठीक रहा। लेकिन एक माह बाद कुछ मनचलों ने छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करना शुरू कर दिया। गुरुवार को एसएसपी आफिस पहुंची पीडि़त छात्रा ममता (काल्पनिक नाम ) ने बताया कि एक माह पूर्व कुछ लोगों ने कोचिंग जाते वक्त अपशब्द कहे थे। जिसे हम लोगों ने अनसुना कर दिया। जिसके बाद मनचलों ने छेड़खानी शुरू कर दिया। ज्यादा विरोध करने पर घर से उठा लेने की धमकी देते हैं। स्थानीय पुलिस से इस बात की शिकायत की गई लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई।