तिब्बतियों की काग्यू मोनलम पूजा आज से
तिब्बतियों की काग्यू पंथ की पूजा रविवार से विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर में आरंभ होगी। 14 से 22 दिसम्बर तक चलने वाले आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पूजा के निमित्त पवित्र बोधिवृक्ष की छांव में घी, मैदा व मक्खन से बने दर्जनों तोरमा को फूलों से सजाकर
बोधगया (गया): तिब्बतियों की काग्यू पंथ की पूजा रविवार से विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर में आरंभ होगी। 14 से 22 दिसम्बर तक चलने वाले आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पूजा के निमित्त पवित्र बोधिवृक्ष की छांव में घी, मैदा व मक्खन से बने दर्जनों तोरमा को फूलों से सजाकर रखा गया है। तोरमा आराध्य देवी-देवताओं को समर्पित होता है। तोरमा पर देवी-देवताओं की तस्वीर बनी होती है। धर्मगुरु 17 वें करमापा त्रिनले थाये दोरजे व कई अवतारी लामा का आसन लगाया गया है। धर्मगुरु के बोधगया नहीं पहुंचने के कारण पूजा का शुभारंभ वरीय रिनपोछे करेंगे।
पूजा के प्रारंभिक काल में धर्मगुरु बोधिवृक्ष के सम्मुख होकर बैठेंगे। उसके बाद बौद्ध भिक्षुओं व अनुयायियों के सम्मुख होकर धर्मग्रंथ का पाठ करेंगे। काग्यू मोनलम आयोजन समिति, करमा मंदिर के केटी दोनदुप ने बताया कि विश्वशांति के निमित इस पूजा का संचालन आठ दिनों तक किया जाएगा। इस पूजा में शामिल होने के लिए भारत के विभिन्न प्रदेशों सहित कई बौद्ध देशों से धर्मगुरु के अनुयायी बोधगया आए हैं।
आज आएंगे करमापा : पूजा का शुभारंभ धर्मगुरु 17 वें करमापा त्रिनले थाये दोरजे को करना था। शनिवार को एयर इंडिया की नई दिल्ली-गया विमान से उन्हें बोधगया आना था, लेकिन उनका आने का कार्यक्रम टल गया। मंदिर सूत्रों ने बताया कि धर्मगुरु रविवार को दोपहर बाद आएंगे।