युवा विकसित करें परहित भावना : मुख्यमंत्री
पटना। युवाओं के अन्दर परहित की भावना विकसित करने की जरूरत है। दूसरों की भलाई कर ही सभ्य समाज का निर
पटना। युवाओं के अन्दर परहित की भावना विकसित करने की जरूरत है। दूसरों की भलाई कर ही सभ्य समाज का निर्माण किया जा सकता है। सेवा ही मानव जीवन का मूल उद्देश्य है। हर धर्म में सेवा का पाठ पढ़ाया गया है। ये बातें रविवार को अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से गांधी मैदान में आयोजित प्रांतीय युवा चेतना शिविर में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहीं।
उन्होंने कहा कि दूसरों को कष्ट पहुंचाने से बड़ा पाप नहीं हो सकता है। दूसरे के प्रति आदर व सम्मान का भाव रखने ही समाज बेहतर बन सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव में अथाह शक्ति छिपी है, अपने शक्ति का उपयोग कर मानव चन्द्रमा व मंगल पर जा रहा है। मानव की शक्ति का उपयोग मानवता के कल्याण में होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारे धर्मशास्त्रों में कर्म को ही पूजा माना गया है। युवाओं को अपनी कर्मठता से पहचान बनाने की जरूरत है।
इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि युवा शक्ति ही देश को दिशा व दशा बदल सकती है। केन्द्र सरकार युवाओं की शक्ति को पहचान रही है। बिहार में 65 प्रतिशत युवा 35 वर्ष से कम उम्र के हैं, इनको संकल्प के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि युवाओं को भोगवादी प्रवृति से बचने की जरूरत है। उन्हें नव निर्माण की दिशा में आगे कदम बढ़ाना होगा। इस दिशा में गायत्री परिवार द्वारा किए जा रहे कार्यो की उन्होंने काफी सराहना की।
2020 तक बिहार सबसे युवा प्रदेश
मौके पर अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख डा.प्रणव पांड्या ने कहा कि बिहार के विकास से ही देश का विकास संभव होगा। बिहार के युवा ही देश का भविष्य तय करेंगे। 2020 तक बिहार देश का सबसे युवा प्रदेश होगा। इसकी औसत आयु 25 साल होगी। उन्होंने कहा कि युवाओं ने ही देश का निर्माण किया है। चाहे भगत सिंह हो या चन्द्रशेखर आजाद सभी ने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बिहार अवतारों की भूमि
डा.पांड्या ने कहा कि बिहार अवतारों की भूमि है। यहां पर बुद्ध, महावीर जैसे महापुरुषों ने अवतार लिया है। इस धरती को मैं बार-बार नमन करने आता हूं। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार सूबे के विकास के लिए विशेष योजना बनाई है। अगले दो वर्षो में बिहार बदला-बदला नजर आएगा।
शराब पर पर प्रतिबंध लगाए सरकार
डा.पांड्या ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे शराब पर प्रतिबंध लगाएं। इससे समाज को काफी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि शराब से जितनी आय नहीं हो रही है, उससे ज्यादा नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार सूबे की गोशालाओं को गायत्री परिवार को सौंपे तो उससे नए सिरे से प्रारंभ किया जा सकता है।
इस अवसर पर उन्होंने नशा मुक्त समाज निर्माण का संकल्प भी युवाओं को दिलाया। इसके साथ ही गायत्री परिवार को तीन दिवसीय चिंतन शिविर समाप्त हो गया।