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दमन से सड़क मार्ग से बिहार लाया गया था अपहृत सोहैल

By Edited By: Published: Tue, 02 Sep 2014 03:55 PM (IST)Updated: Tue, 02 Sep 2014 03:55 PM (IST)
दमन से सड़क मार्ग से बिहार लाया गया था अपहृत सोहैल

छपरा : सूरत के अरबपति व्यवसायी हनीफ हिंगोरा के पुत्र सोहैल हिंगोरा को दमन से अगवा करने के बाद अपहर्ता उसे सड़क मार्ग से बिहार ले आये थे। वैशाली के अरविंद कुमार राय और पप्पू चौधरी के गुजरात पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद दिये गये बयान में कई चौकाने वाले राज सामने आये हैं। इस हाई प्रोफाइल अपहरण मामले के उद्भेदन में इनके गुजरात पुलिस के सामने दिये गये स्वीकारोक्ति बयान से नया मोड़ आ गया है। इसमें शामिल कई अन्य जरायम पेशेवरों के नाम भी सामने आये हैं। इनमें से कुछ शार्प शूटर भी हैं। सूत्रों के अनुसार वैशाली के हाजीपुर सदर थाना क्षेत्र के बागमली निवासी देवेन्द्र राय के पुत्र अरविंद राय और इसी जिले के विदूपुर थाना क्षेत्र के गोपालपुर निवासी मदन चौधरी के पुत्र पप्पू चौधरी की गिरफ्तारी के बाद अपहरण कांड के कई अहम सुराग पुलिस को हाथ लगे हैं। इनमें मोबाइल टावर लोकेशन और सीडीआर (काल डिटेल रिपोर्ट) से भी अनुसंधान को काफी मदद मिली है। अरविंद कुमार राय की गिरफ्तारी रांची से हुई थी, जबकि पप्पू कुमार चौधरी को नाटकीय अंदाज में गया से गिरफ्तार किया गया था। उसने अपने स्वीकारोक्ति बयान में कांड में शामिल होने के साथ ही इस अपहरण में संलिप्त धरम उर्फ धर्मनाथ सिंह, चंदन सोनार सहित कई अन्य जरायम पेशेवरों के नाम भी बताये। दिये गये बयान में उसने बताया कि सोहैल हिंगोरा का 29 अक्टूबर 13 को दमन से अपहरण करने के बाद 31 अक्टूबर को सड़क मार्ग से छपरा के नयागांव लाया गया। लाने में वेर्ना, स्कार्पियो और एक अन्य गाड़ी का उपयोग किया गया। इसमें सोहैल को मिलाकर कुल दस लोग सवार थे। इनमें विक्रम, चंदन सोनार, मुन्ना, धरम, संजीव सहित कई अन्य जरायम पेशेवरों के नाम सामने आये। दमन से सूरत शहर के रहने वाले सोहैल हिंगोरा को अपहरण कर बिहार में एक माह रखने और फिरौती की करोड़ों रुपये प्राप्त होने पर मुक्त होने की बात बतायी। इनमें से कई पेशेवरों के मोबाइल टावर लोकेशन महाराष्ट्र, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात आदि के पाये गये। कुछ के टावर लोकेशन 29 अक्टूबर को दमन और फिर 31 अक्टूबर को छपरा का पाया गया है। सीडीआर से एक अन्य आरोपी रामप्रकाश से भी बातचीत का खुलासा हुआ है। इसमें अरविंद कुमार राय चंदन सोनार से पूर्व परिचित था और चंदन सोनार की बहन की शादी में भी शामिल हुआ था। 20 जुलाई को उसे रांची से गिरफ्तार किया गया था।

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करोड़ों रुपये फिरौती की रकम वसूलने के बाद जरायम पेशेवरों ने अपने दु:साहस का परिचय देते हुए हनीफ हिंगोरा के फुफेरे भाई रियाज मेनन से दो करोड़ रुपये की फिर मांग की थी। इसको लेकर उसके बयान पर गुजरात क्राइम ब्रांच ने डीसीबी थाना कांड सं.-3/14 से मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। इस सिलसिले में गुजरात के ही धवन को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर अरविंद और पप्पू को गिरफ्तार किया गया। वैसे इस मामले में छपरा जेल में बंद पंकज कुमार मोती और गौतम कुमार उर्फ कक्कू को भी गुजरात पुलिस सूरत ले गयी थी। पप्पू ने फिरौती की रकम में से 16 लाख मिलने की बात बतायी है। उसका पिता ताड़ी बेचने का धंधा करता है। वहीं फिरौती की रकम से खरीदी गयी स्विफ्ट डिजायर को पुलिस ने जब्त किया और उसे पटोरी थाने में रखी हुई है। फिरौती में मिली रकम को अपहर्ताओं तक पहुंचाने के लिए हवाई जहाज का भी इस्तेमाल किया गया। वहीं फिरौती में मिली रकम से 27 लाख रुपये की लग्जरियस पजेरो गाड़ी खरीदने के लिए प्लेन से रांची से दिल्ली पहुंचे। पुलिस सूत्रों की मानें तो कई राज्यों के शातिर बदमाशों का पूरा गिरोह इसमें शामिल है। शातिरों ने पूरी प्लानिंग के बाद इस वारदात को अंजाम दिया है। अपहरण मामले में शामिल धर्मनाथ सिंह उर्फ धरमा विदूपुर थाना क्षेत्र के मथुरा गांव का खूंखार अपराधी है। उसे शार्प शूटर भी पुलिस वाले मानते हैं। केवल विदूपुर थाना में ही उसके खिलाफ अपहरण, आ‌र्म्स एक्ट, डकैती के आधा दर्जन से अधिक मुकदमें लंबित हैं। वहीं विक्रम, मुन्ना और संजीव जैसे भी नाम उभरकर सामने आये हैं।

अरविंद कुमार राय और पप्पू चौधरी फिलवक्त लाजपुर केन्द्रीय कारा सूरत में बंद हैं। सीआईडी की टीम को कोर्ट से छपरा लाने के लिए प्रोडक्शन वारंट मिल चुका है। सूत्रों की मानें तो छपरा में इस मामले को लेकर दर्ज नयागांव थाना कांड संख्या 111/13 में उन्हें रिमांड किये जाने के बाद छपरा लाने की तैयारी सीआईडी ने शुरू कर दी है। इस हाई प्रोफाइल अपहरण मामले के उद्भेदन में अपने-अपने स्तर से लगी बिहार की सीआईडी, गुजरात पुलिस और नानी दमन पुलिस को एक के बाद एक अहम सुराग हाथ लग रहे हैं। अबतक इस मामले में रविश कुमार, राम प्रकाश, सबलकिशोर सिंह, पंकज कुमार मोती, गौतम कुमार उर्फ कक्कू, गणेश मुंडा, संदीप कुमार महतो, निलंबित एसआई नागमणि सिंह, प्रवीण सिंह, अरविंद कुमार राय, पप्पू चौधरी, धवन आदि को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से कुछ का सत्र विचारण भी शुरू कर दिया गया है। वहीं फरार चल रहे आरोपियों के विरुद्ध कुर्की-जब्ती तामिल करने के बाद उनके विरुद्ध कोर्ट में आरोप पत्र भी दाखिल किया जा चुका है। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को ले दबिश तेज हो गयी है।


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