जबरिया रिटायर कराए गए वैशाली एडीएम
हाजीपुर : भ्रष्ट लोकसेवकों पर सख्ती के क्रम में सरकार ने वैशाली एडीएम रमेश मिश्र को जबरिया रिटायर करा दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश पर गुरुवार को उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई। वैशाली के उप विकास आयुक्त डा.उमाशंकर मंडल को एडीएम का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। किशनगंज में डीसीएलआर रहते मिश्र पर चाय बगान की बंदोबस्ती में गड़बड़ी के आरोप लगे थे।
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने 17 लोगों को चाय की खेती के लिए जमीन की अस्थायी लीज बंदोबस्ती की सिफारिश की थी, जबकि प्रावधान के तहत प्लांट के लिए जमीन की व्यवस्था करनी थी, न कि चाय की खेती के लिए। इसे लेकर 2006 में उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से रायशुमारी और आरोपों की समीक्षा के बाद अक्टूबर 2009 में उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही आरंभ की गई। उन्हें जवाब का मौका दिया गया। अंतत: आरोप प्रमाणित पाए जाने के बाद अनिवार्य सेवानिवृत्ति का दंड दिया गया। इसी साल अप्रैल महीने में ही बिहार लोक सेवा आयोग ने भी इस पर सहमति दे दी थी।
बहरहाल, सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश का तत्क्षण अनुपालन करते हुए गुरुवार को अपराह्न उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति देते हुए वैशाली के डीडीसी को अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया। बताते चलें कि डीएम विनोद सिंह गुंजियाल के अवकाश पर होने को लेकर एडीएम रमेश मिश्र डीएम के भी प्रभार में थे। लिहाजा डीएम की हैसियत से भी खुद के अनिवार्य सेवानिवृत्ति के सरकार के आदेश का अनुपालन उन्हें खुद कराना था। सबसे बड़ी बात तो यह है कि यहां विधानसभा उपचुनाव हो रहा है और डीएम के प्रभार की हैसियत से एडीएम रमेश मिश्र जिला निर्वाचन पदाधिकारी के भी चार्ज में थे।