जेल में जलाए गए कैदी की मौत
नवादा : मंडल कारा में रविवार को जलाए गए विचाराधीन कैदी रूपेश पासवान की पीएमसीएच में मौत हो गई। गंभीर रूप से झुलसे कैदी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया था जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया। जलाने का आरोप जेलर व तीन कैदियों पर लगा है। सूचना के बाद जेल एआईजी नवादा पहुंचे और मामले की जांच की। पूरे मामले में जेल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है। जेल प्रशासन की लापरवाही का आलम यह रहा कि सदर अस्पताल से रेफर किये जाने के करीब ढाई घंटे बाद कैदी को पीएमसीएच ले जाया गया था। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान जख्मी कैदी ने जेलर लाल बाबू सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाये। कहा कि जेलर के इशारे पर मंडल कारा में बंद तीन कैदियों ने किरासन छिड़ककर माचिस से आग लगाई। उसने बताया कि कैदी प्रमोद रजक ने उसे दबोच लिया। इसके बाद गोरेलाल यादव ने शरीर पर किरासन पर छिड़क दिया और ब्रह़्मदेव यादव ने माचिस मार दी। जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। मौके की नजाकत को भांपते हुए पगली घंटी बजानी पड़ी।