सामने आए भाजपा में सीएम पद के दावेदार
पटना : रविवार को समाप्त हुई भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार की चर्चा से शुरू हुआ मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री डा. प्रेम कुमार ने भी मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी ठोंक दी है। हालांकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि पार्टी की केंद्रीय समिति मुख्यमंत्री का नाम तय करती है। समय आने पर इसकी घोषणा कर दी जाएगी। भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने अपने भाषण के दौरान विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी का नाम संभावित मुख्यमंत्री के रूप में लिया था। मामला बाहर आने के साथ ही तेजी से उछला और पार्टी के भीतर ही अलग-अलग राय सामने आने लगी। हालांकि पार्टी के प्रदेश नेतृत्व की तरफ से तत्काल इस मुद्दे पर सफाई दी गयी। कहा गया कि प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में तरह-तरह के सुझाव आते हैं। मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में सुशील मोदी का नाम इसी कड़ी में लिया गया था। इस मुद्दे पर निर्णय केंद्रीय समिति लेती है। समय आने पर पार्टी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा कर देगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री पद की दावेदारी के मुद्दे ने अलग ही रंग अख्तियार कर लिया। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रेम कुमार ने यह कहकर सबको चौका दिया कि वे भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। चालीस सालों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। पार्टी को आगे बढ़ाने में उनका भी योगदान रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री पद पर उनका भी हक बनता है।
नेता प्रतिपक्ष नंद किशोर यादव का कहना था कि वे भी चाय बेचते थे। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम तय करना केंद्रीय नेतृत्व का जिम्मा है। ऐसी ही बात पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री चंद्र मोहन राय ने भी की। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा पार्टी की प्रदेश इकाई की परिधि से बाहर का है। इस पर केंद्रीय समिति ही फैसला लेगी।