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बिहार के डीएनए में जातीयता

By Edited By: Published: Sat, 19 Apr 2014 12:17 PM (IST)Updated: Sat, 19 Apr 2014 12:17 PM (IST)

राज्य ब्यूरो, पटना: तीसरे चरण की सीटों पर चुनावी प्रचार को आए भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी शनिवार को जातीयता और सांप्रदायिकता पर जमकर बोले। उन्होंने कहा कि बिहार के 'डीएनए' में जातीयता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 'मल्टी-कम्युनल' हैं और लालू प्रसाद और कांग्रेस भी इसी श्रेणी में आते हैं। किशनगंज में नीतीश कुमार के कहने पर ही जदयू प्रत्याशी अख्तरूल ईमान चुनावी मैदान से अलग हुए है। यह तर्क देते हुए कि मुस्लिम वोटों का बंटवारा रोकना है। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि भाजपा नेताओं द्वारा सूबे में नरेंद्र मोदी को अतिपिछड़ा समुदाय का बताया जा रहा है।

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प्रचार अभियान के लिए निकलने से पूर्व गडकरी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। यह पूछे जाने पर कि आपके साथ सुशील कुमार मोदी, नंदकिशोर यादव, मंगल पांडेय, डा.सीपी ठाकुर जैसे बिहार के नेता बैठे हैं, क्या उनके डीएनए में भी जातीयता है, बोले कि मेरे कहने का मतलब बिहार की राजनीति में जातीयता है। पत्रकारों के इस सवाल पर कि आपने 'डीएनए' शब्द का प्रयोग किया है, उन्होंने कहा-'मैं यह कहना चाहता हूं कि बिहार की राजनीति के डीएनए में जातीयता है।' गडकरी ने कहा कि जो सांप्रदायिकता की राजनीति करते हैं, उन्हें हम कम्युनल कहते हैं। लेकिन, नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और कांग्रेसी शत प्रतिशत सांप्रदायिक हैं। इन्हें हम 'मल्टी कम्युनल' कहेंगे। ये मल्टी कम्युनल पार्टियां जाति के आधार पर राजनीति करती हैं, और धर्मनिरपेक्ष कहलाती हैं। अख्तरूल ईमान ने चुनावी मैदान से कहकर अपने का अलग किया कि मुस्लिम वोट का बंटवारा नहीं होने देंगे। यह नीतीश कुमार की सांप्रदायिक राजनीति की पराकाष्ठा है। उनके कहने पर ही अख्तरूल ईमान ने अपने को चुनाव से अलग किया है। गडकरी ने कहा कि जाति और सांप्रदायिकता के नाम पर लड़ रही ये पार्टियां गरीबी, बेरोजगारी जैसे बुनियादी मुद्दा को नहीं उठा रहीं। पिछले दस सालों में कांग्रेस ने कई विश्व रिकार्ड बनाए हैं। महंगाई, जिसे हम 'इन्फ्लेशन' भी कहते हैं विश्व में सबसे अधिक है। सीएजी ने 4.21 लाख करोड़ का घोटाला पकड़ा है। यह भी विश्व रिकार्ड है। तीसरा रिकार्ड यह है कि आसमान, जमीन और पाताल, तीनों में कांग्रेस ने घोटाला किया है। आतंकवाद का तुष्टीकरण कर रही है। उन्होंने कुछ मुद्दों पर सफाई भी दी। यह पूछे जाने पर कि नीतीश कुमार को आपने यह आश्वासन दिया था कि नरेंद्र मोदी पीएम पद के उम्मीदवार नहीं बनेंगे, बोले- नीतीश कुमार से अरुण जेटली के यहां बात हुई थी। उस समय, मैंने उनसे कहा था कि भाजपा ने पीएम पद के उम्मीदवार का अभी चयन नहीं किया है। इसे जाहिर करने की जल्दी आप क्यों कर रहे हैं। आप जातिवाद के खिलाफ बोल रहे हैं, लेकिन भाजपा नेता बिहार में नरेंद्र मोदी को अतिपिछड़ा समुदाय का बता रहे हैं, इस सवाल पर गडकरी ने कहा कि नरेंद्र मोदी इतने सालों से राजनीति में हैं, लेकिन उन्होंने कहीं अपनी जाति नहीं बताई है। अनुच्छेद 370 पर बोले की यह भाजपा का एजेंडा है, एनडीए का नहीं। भाजपा पूरी ताकत से सत्ता में आएगी तो इस संबंध में फैसला लेगी। संवाददाता सम्मेलन में संजय मयूख, सुधीर शर्मा, राकेश सिंह, अशोक भट्ठ, राजीव रंजन आदि भाजपा नेता भी मौजूद थे।


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