आहर में डूबने से मां-बेटी की मौत
शुक्रवार को थाना क्षेत्र के चैनपुरा गांव से सटे बाजोचक आहर में डूबने से मां-बेटी की मौत हो गई।
नवादा। शुक्रवार को थाना क्षेत्र के चैनपुरा गांव से सटे बाजोचक आहर में डूबने से मां-बेटी की मौत हो गई। मृतकों की पहचान चैनपुरा गांव निवासी रामू राजवंशी की पत्नी सुकर देवी (40) व उसकी बेटी रानी उर्फ कारी (14) के रुप में हुई। बताया जाता है कि दोनों आहर के समीप भैंस चरा रही थी। इसी बीच भैंस आहर में घुस गई। जिसे निकालने के लिए सुकर देवी आहर में चली गई। इसी बीच वह डूबने लगी। तब उसने शोर मचाना शुरु कर दिया। मां को डूबता देख बेटी कारी भी बचाने के लिए आहर में कूद गई। लेकिन पानी अधिक रहने के कारण मां-बेटी दोनों की डूबकर मौत हो गई। बताया जाता है कि वहां रहे एक वृद्ध ने दोनों को बचाने का प्रयास किया। वृद्ध ने अपना गमछा दोनों की ओर फेंका। जिसे दोनों ने पकड़ तो लिया, लेकिन बाहर नहीं निकल सकी। वृद्ध व्यक्ति ने खुद को आहर में ¨खचता देख गमछा छोड़ दिया औऱ हल्ला करने लगा। शोर सुनकर आसपास के लोग वहां जुट गए और दोनों को बाहर निकाला। लेकिन तबतक काफी देर हो चुकी थी और मां-बेटी की मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर सीओ महेश प्रसाद ¨सह वहां पहुंचे और आपदा प्रबंधन के तहत सहायता राशि उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। पंचायत के मुखिया सुनील कुमार निराला, सरपंच पंकज कुमार, पूर्व सरपंच धनंजय कुमार ने मृतक के परिजनों से मिलकर सांत्वना दिया। मुखिया ने मृतक के पति को मां बेटी को संस्कार के लिए कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन-तीन हजार रुपया दिया। एएसआइ रौशन खां, एएसआइ मिथलेश कुमार ने घटनास्थल पहुंच दोनों की शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जाता है कि सुकर देवी रामु की दूसरी पत्नी थी। पहली पत्नी की मौत डायरिया से हो गई थी। पहली पत्नी से चार बच्चा और दूसरी से भी चार बच्चे हैं। इधर, रजौली एसडीएम शंभुशरण पांडेय ने मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।