बेमौसम आम का फल देख अचंभित हैं लोग
नवादा। महर्षि मेंहीं ध्यान योग आश्रम धनावां के परिसर में आम के कई वृक्ष में असमय फल देख कर
नवादा। महर्षि मेंहीं ध्यान योग आश्रम धनावां के परिसर में आम के कई वृक्ष में असमय फल देख कर वहां आने वाले लोग अचंभित हो रहे हैं। यहां आने वाले श्रद्धालू संतों से मिलने के बाद आम के पेड़ को देखना नहीं भूलते हैं। आश्रम के संत शांतानंद जी महाराज ने बताया कि आश्रम परिसर में लगभग एक दर्जन से अधिक आम,जामुन, तूत, बेर, अमरूद आदि के पेड़ है। सब में कोई न कोई गुण अवश्य है। जिसके कारण यहां के लागों को प्रसाद में इन फलों को दिया जाता है। वहीं मालदह आम के पेड़ तो अजूबा है। वर्ष में दो बार फल लगता है। एक बार उसमें बसंत ऋतु में मंजर लगता है। इसका फल टूटने के एक माह बाद पुन: उसमें मंजर आ जाता है। और फल लगता है। जानकारी के लिए बता दें कि धनावां आश्रम पहाड़ की तलहटी में बसा है। यहां साल में दो बार ध्यान योग के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। शांतानंद जी महाराज का कहना है कि आश्रम कि ऐसी कई खूबियों के कारण ही यहां प्रतिवर्ष काफी संख्या में लोग आते हैं। वहीं कुंज गांव के नागों ¨सह के आम का पेड़ में भी वर्ष में दो बार फल लगता है।