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वैज्ञानिक खेती से आय होगी दोगुनी : डीएम

बी महा अभियान 2017 के तहत गुरुवार को नगर भवन में रबी कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Oct 2017 03:05 AM (IST)Updated: Fri, 13 Oct 2017 03:05 AM (IST)
वैज्ञानिक खेती से आय होगी दोगुनी : डीएम
वैज्ञानिक खेती से आय होगी दोगुनी : डीएम

नवादा। रबी महा अभियान 2017 के तहत गुरुवार को नगर भवन में रबी कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। डीएम कौशल कुमार ने कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती से हटकर वैज्ञानिक खेती के जरिए किसान अपनी आय को दोगुनी कर सकते हैं तथा देश के प्रत्येक व्यक्ति की थाली में एक बिहारी व्यंजन भी हम परोस सकते हैं। खेती की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने एवं रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों का प्रयोग कम करने के लिए सरकार द्वारा दी जा रही जैविक खेती प्रोत्साहन योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। इसके तहत पक्का वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, गोबर गैस प्लांट, वर्मी कम्पोस्ट वितरण, जैव उर्वरक, जैव कीटनाशी का प्रयोग पर बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिले के किसान इसका प्रयोग कर सरकार के अनुदान का लाभ भी उठाएं। पक्का वर्मी कम्पोस्ट निर्माण पर प्रति इकाई चार हजार रूपये का अनुदान तथा गोबर गैस पर 19 हजार रूपये का अनुदान देने का प्रावधान है।

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रबी के लक्ष्य की दी गई जानकारी

- डीएम ने कहा कि रबी में मुख्य रूप से जिले में 55 हजार हेक्टेयर में गेहूं, 11 हजार 300 हेक्टेयर में दलहन, 45 सौ हेक्टेयर में तेलहन, दो हजार हेक्टेयर में मक्का की खेती की जाती है। उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से उत्पादन एवं उत्पादकता में बढ़ोतरी करने का लक्ष्य क्रमश: 19 हजार 2370 मीट्रिक टन एवं 3498 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रखा गया है। डीएम ने कहा कि जिले के किसानों को सरकार की सभी कृषि योजनाओं की जानकारी अनिवार्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कम वर्षा के कारण खरीफ फसल के उत्पादन में कमी न हो, इसके लिए किसानों को डीजल अनुदान की राशि उपलब्ध कराई जा रही है।

कई योजनाओं पर हुई चर्चा

- जिला कृषि पदाधिकारी सुनील कुमार ने रबी महोत्सव 2017 की रूपरेखा तथा केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित कृषि योजनाओं की जानकारी दी। इसके अतिरिक्त कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने किसानों को मिट्टी नमूना लेने की विधि एवं मिट्टी जांच का महत्व, जीरो टिलेज से गेहूं की खेती का महत्व, दलहन एवं तेलहन की वैज्ञानिक खेती, रबी मक्का की वैज्ञानिक खेती, फल-फूल की जैविक खेती आदि के संबंध में जानकारी दी। किसानों को पशुपालन एवं गव्य विकास की जानकारी, मतस्य पालन एवं भूमि संरक्षण योजनाओं की जानकारी, उद्यान विभाग एवं आत्मा के कार्यक्रमों की जानकारी भी दी गई। मौके पर संयुक्त निदेशक सह नोडल पदाधिकारी प्रभात कुमार, आत्मा के परियोजना निदेशक भूषण प्रसाद, भूमि संरक्षण के उपनिदेशक संजय शर्मा, डीपीआरओ परिमल कुमार, कृषि वैज्ञानिक सैयद आबिद इमाम सहित कई पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, कृषि सलाहकार एवं काफी संख्या में किसान उपस्थित थे।

काला बिल्ला लगाकर उपस्थित रहे कृषि समन्वयक

नवादा : रबी कार्यशाला में जिले के कृषि समन्वयक काला बिल्ला लगाकर उपस्थित रहे और अपनी मांगों के समर्थन में एकजुटता दिखाई। कृषि समन्वयक संघ के अध्यक्ष राजेश रंजन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कर्मचारी चयन आयोग कृषि समन्वयकों का रिजल्ट प्रकाशित नहीं कर रही है। जिससे कृषि समन्वयकों की स्थाई नियुक्ति नहीं हो पा रही है। इस मामले में विभाग टालमटोल कर रहा है। उन्होंने शीघ्र रिजल्ट प्रकाशित कराने की मांग की। साथ ही बकाया मानदेय के साथ 31 हजार 1 सौ रुपये वेतन देने की मांग की। मौके पर शैलेंद्र कुमार, अजय कुमार, संतोष कुमार, अनिल कुमार आदि कृषि समन्वयक उपस्थित थे।


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