Move to Jagran APP

हड़ताली सफाई मजदूरों की मांग अनुचित

सेवा नियमित करने व 7 वां वेतनमान देने की मांगों को लेकर नगर परिषद के सफाई कर्मियों द्वारा हड़ताल पर जाने की धमकी को नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण मुरारी ने गंभीरता से लिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Mar 2017 03:05 AM (IST)Updated: Sun, 26 Mar 2017 03:05 AM (IST)
हड़ताली सफाई मजदूरों की मांग अनुचित

नवादा। सेवा नियमित करने व 7 वां वेतनमान देने की मांगों को लेकर नगर परिषद के सफाई कर्मियों द्वारा हड़ताल पर जाने की धमकी को नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण मुरारी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि उक्त मांगे पूरी करना संभव नहीं है। मांग अनुचित है। किसी की सेवा को स्थाई नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर मजदूर हड़ताल पर जाते हैं तो उनपर कार्रवाई की जा सकती है। वैसे मांगों से संबंधित रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।

loksabha election banner

कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि मजदूरों को स्थाई करने का कोई प्रावधान नहीं है। उनकी मांग असंवैधानिक है। समय-समय पर उनकी मजदूरी को बढ़ाया जाता रहा है। पहले दैनिक मजदूरी 144 रुपये भुगतान किया जाता था। जिसे अब बढ़ाकर 250 रुपये कर दिया गया है। मांगों को लेकर हम संवेदनशील हैं। विचार किया जा रहा है। 10 सालों से कार्यरत को 300 रुपये व 5 सालों से कार्यरत को 275 रुपये व 0 से 5 साल से कार्यरत मजदूरों को 250 रुपये देने पर विचार किया जा रहा है।

-----------------------

क्या है मामला

-सफाई मजदूर संघ नवादा ने नगर परिषद कार्यालय में सेवा स्थाई करने व सातवां वेतनमान देने आदि की मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है। संघ के संरक्षक दिनेश कुमार अकेला व संयोजक कन्हैया डोम का कहना है कि नगर परिषद में कार्यरत सफाई कर्मियों की वर्षों से लंबित प्रमुख मांगों में सेवा स्थाईकरण, सरकार प्रदत न्यूनतम मजदूरी, सभी सुविधाएं मुहैया कराने, 7वां वेतनमान को लागू करने व अनुकंपा का लाभ देना शामिल है। 72 घंटे की मोहलत दी गई है। मांगें पूरी की जाती है तो 28 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।

------------------

कार्यालय में सफाई मजदूरों की स्थिति

नगर परिषद में कुल 35 पद स्वीकृत है जिसके विरुद्ध 25 स्थाई सफाई मजदूर बहाल है। अस्थाई रूप से कुल 121 सफाई मजदूर डेली बेसिक पर कार्यरत है जिन्हें प्रतिदिन 250 रुपये के हिसाब से मजदूरी दिया जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.