शोध करने लंदन जाएंगे डॉ. अबोध
सर रतन टाटा पोस्ट डॉक्टरल फेलोशिप के लिए चयनित डॉ. अबोध कुमार लंदन जाएंगे।
नवादा। सर रतन टाटा पोस्ट डॉक्टरल फेलोशिप के लिए चयनित डॉ. अबोध कुमार लंदन जाएंगे। वे लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस में अपना शोध करेंगे। डॉ. अबोध जिले के काशीचक प्रखंड के डेढ़गांव गांव के रहने वाले हैं। सेवानिवृत बैंक अधिकारी गौरीशंकर ¨सह व गृहिणी माया देवी के पुत्र अबोध फिलहाल दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, गया में अर्थशास्त्र विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।
उन्होंने नवादा नगर के कन्हाई इंटर विद्यालय से मैट्रिक पास की। फिर केएलएस कॉलेज से वर्ष 2003 में अर्थशास्त्र प्रतिष्ठा में स्नातक की डिग्री ली। इसके बाद पूणे के गोखले इंस्टीच्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स से एमए की पढ़ाई की। देश के कई प्रतिष्ठित शोध संस्थानों में कार्य कर चुके डॉ. अबोध ¨सबायोसिस कॉलेज पूणे में सात सालों तक अर्थशास्त्र के प्रोफेसर भी रहे। मुंबई विश्वविद्यालय से पीएचडी करने के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालय गया में पदस्थापित हुए। वर्ष 2012 में उन्हें मुंबई में बिजनेस स्कूल अफेयर द्वारा अर्थशास्त्र में सर्वश्रेष्ठ प्रोफेसर के रुप में देवांग मेहता एक्सीलेंस अवार्ड भी मिला। साथ ही वर्ष 2015 में राष्ट्रपति भवन द्वारा कराए गए देशव्यापी सर्वे के अनुसार, उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रोफेसर के तौर पर चुना गया और एक सप्ताह तक राष्ट्रपति का मेहमान बनने का भी अवसर प्राप्त हुआ। डॉ. अबोध ने बताया कि सर रतन टाटा ट्रस्ट द्वारा वर्ष 1997 में स्थापित यह फेलोशिप दक्षिण एशिया या सार्क देशों के शोधार्थियों को लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस में आठ महीने तक अपने शोध पत्र पर कार्य करने का अवसर प्रदान करती है। इस उपलब्धि पर उनके परिजनों में काफी खुशी देखी जा रही है।