बीएसएससी पर्चा लीक की हो सीबीआइ जांच : मांझी
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बीएसएससी पर्चा लीक मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की है।
नवादा। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बीएसएससी पर्चा लीक मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि एसआइटी राज्य सरकार का है और इससे न्यायपूर्ण जांच संभव नहीं है। अबतक कई मामलों की जांच के लिए एसआइटी गठित किया गया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। गुरुवार को नवादा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने प्रजातंत्र चौक के समीप पिछले सात दिनों से अनशन पर डटे छात्र नवलेश कुमार किरण को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया। उन्होंने कहा कि नवलेश का अनशन बेकार नहीं जाएगा और वे विधानसभा में सीबीआइ जांच की मांग को लेकर आवाज बुलंद करेंगे। उन्होंने कहा कि 15 मार्च के बाद प्रधानमंत्री व गृह मंत्री से मुलाकात कर इस मांग को उनके समक्ष रखेंगे। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीएसएससी पर्चा लीक मामले का वही हश्र होगा जो टॉपर घोटाला में हुआ। स्थिति यह है कि बिना पैरवी किए अच्छा अंक प्राप्त नहीं हो सकता है। पैरवी करने वालों को 90-95 फीसद अंक दिए जा रहे हैं। इसी कारण गरीब छात्रों को नौकरी नहीं मिल रही है। यह गरीबों के विरुद्ध एक बहुत बड़ी साजिश है। उन्होंने कहा कि इस खेल में सत्ता पक्ष के बड़े-बड़े लोग शामिल हैं। इसी कारण मामले को रफा-दफा करने का प्रयास चल रहा है। उन्होंने नवादा विधायक का नाम लिए बगैर कहा कि दुष्कर्म मामले में फंसने के बाद एक-डेढ़ महीना बाद उन्होंने सरेंडर किया। पुलिस उन्हें पकड़ नहीं सकी। इस अंतराल में उन्होंने सारा मामला फिट कर लिया। इसी तरह अन्य मामलों में भी ऐसा हो रहा है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री की पुत्री के साथ हुई घटना में भी पुलिस दोषी को पकड़ नहीं पा रही है। नवादा में शिक्षक बहाली में भी घोटाला किया गया। घोटालेबाजों को सरकार संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि आइएएस एसोसिएशन धन्यवाद का पात्र है। आइएएस अफसर सुधीर कुमार इमानदार हैं। मौके पर श्याम सुंदर, कुंदन राय, अशोक मांझी आदि उपस्थित थे। इधर, भाजयुमो की वारिसलीगंज इकाई के अध्यक्ष मुकेश कुमार ने नवलेश को समर्थन देने का एलान किया। अनशन के दौरान भाजयुमो के रविश कुमार, विक्रम कुमार, विनय कुमार, विवेक कुमार आदि उपस्थित थे।