रबी महोत्सव में आक्रोशित किसानों का हंगामा
नवादा। प्रखण्ड कार्यालय परिसर में सोमवार को आयोजित रबी महोत्सव में किसानों ने जमकर बवाल मच
नवादा। प्रखण्ड कार्यालय परिसर में सोमवार को आयोजित रबी महोत्सव में किसानों ने जमकर बवाल मचाया। किसानों द्वारा कृषि योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार व इससे जुड़े सवालों पर जिला परियोजना निदेशक आत्मा अश्वनी कुमार बौखला गए। पहले तो वे किसानों द्वारा पूछे सवालों का सहजता से जवाब नहीं दे पाये फिर आपा खो बैठे और जो जी चाहा बोला। इसपर कृषक उत्तेजित हो शोर मचाने लगे। किसान बार -बार कागजी खानापूर्ति कर लक्ष्य प्राप्ति को ले आक्रोशित थे। किसानों ने कहा कि मिट्टी जांच के लिए नमूना दिये पांच साल बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट नहीं मिली। प्रखण्ड कृषि समन्वयक एवं कृषि सलाहकार की संख्या एवं उनके किसानों तक नहीं पहुंचने की बात सुन वे आग बबूला हो गये। इस दौरान पत्रकारों को भी वे भला -बुरा करने लगे। कृषि विभाग में व्याप्त लूट पर पर्दा डालने को लेकर प्रखण्ड कृषि समन्वयक एवं निदेशक ने विवाद को तूल दिया।
क्या कहते हैं किसान
- बीज वितरण से लेकर अन्य कृषि उपकरण की खरीद फरोख्त में बगैर चढ़ावा दिये योजना का लाभ नहीं मिलता है। अजय ¨सह, कृषक, बढ़ौना।
एक भी कृषि पदाधिकारी, समन्वयक एवं सलाहकार किसानों के बीच नहीं पहुंचते है। न तो उनके द्वारा किसानों को सरकार द्वारा दिये गये योजनाओं की जानकारी दी जाती है। कागजी खानापूर्ति कर अनुदान की राशि का बंदरबाट किया जाता है।
पारस ¨सह, किसान, भदसेनी।
कृषि पदाधिकारी आगे पीछे वाले किसानों को लाभ देकर 95 फीसदी किसानों की हक मारी कर रहा है। जरूरतमंद एवं खेती करने वाले किसान सरकारी लाभ से वंचित हो रहे है। रामु चौहान, किसान, खिरण बिगहा।
बर्मी कम्पोस्ट की जगह कूड़ा करकट, वह भी अधिक राशि लेकर ही किसानों को दिया जाता है। किसानों को कृषि तकनीक की जानकारी नहीं मिलने से सरकारी राशि का बंदरबाट कृषि पदाधिकारी एवं कर्मी द्वारा किया जा रहा है। विधानचन्द्र, कृषक, भेलवा।