खुल गया कालेज पर नहीं हो पा रही पढ़ाई
नवादा। सूबे में नई सरकार का गठन भी हो गया। मंत्रियों ने अपना काम-काज भी संभाल लिया। लेकिन
नवादा। सूबे में नई सरकार का गठन भी हो गया। मंत्रियों ने अपना काम-काज भी संभाल लिया। लेकिन निर्वाचन कार्यों के लिए उपलब्ध कराया गया केएलएस कालेज परिसर को अब तक खाली नहीं किया जा सका है। जिसका खामियाजा छात्रों को उठाना पड़ रहा है। पूर्ण रुप से परिसर कालेज प्रबंधन को उपलब्ध नहीं कराने से अध्ययन-अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है। शिक्षकों को कालेज के मैदान में कुर्सी लगाकर बैठना पड़ रहा है। बता दें कि जिले में केएलएलस कालेज प्रमुख कालेजों में एक है। निर्वाचन कार्यों के लिए 1 अक्टूबर से ही प्रशासन ने कालेज को अपने जिम्मे में ले लिया था। इसी कालेज में स्ट्रांग रुम बनाया गया था। मतगणना का कार्य भी इसी कालेज परिसर में कराया गया था। मतपेटियों की सुरक्षा के लिए अर्द्धसैनिक बलों के ठहरने की व्यवस्था हुई थी। निर्वाचन कार्यों के लिए कालेज प्रबंधन ने पूरा सहयोग करते हुए पूरा परिसर प्रशासन के हवाले कर दिया। लेकिन अब प्रशासन ही कालेज प्रबंधन के साथ असहयोग की भूमिका में है। 9 नवंबर तक के लिए ही प्रशासन ने कालेज परिसर को लिया था।
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20 नवंबर से ही शुरू है पढ़ाई
- केएलएस कालेज में 20 नवंबर से अध्ययन-अध्यापन कार्य शुरु कर दिया गया है। लेकिन प्रशासनिक असहयोग के कारण शिक्षण कार्य प्रभावित हो गया है। निर्वाचन कार्यों के लिए वनस्पति विज्ञान विभाग, रसायन विज्ञान विभाग, जीव विज्ञान विभाग, भौतिकी विभाग सहित अन्य विभागों के अध्ययन कक्ष, प्रयोगशाला को सुपुर्द किया गया था। इसके अलावा कालेज के कार्यालय भी दिये गये थे। फोर्स के ठहरने के लिए भी कमरा दिया गया। प्रथम चरण के तहत जिले में होने वाले चुनाव के लिए 1 अक्टूबर को कालेज प्रशासन को उपलब्ध करा दिया गया। लेकिन चुनाव खत्म हो गया, मतगणना भी हो गया, नई सरकार का गठन भी हो गया। लेकिन कालेज को पूर्ण रुप से खाली कर प्रबंधन को उपलब्ध नहीं कराया गया।
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तैयार इंफ्रास्ट्रक्चर जस का तस है पड़ा
- निर्वाचन कार्यों के लिए अध्ययन कक्ष में तैयार इंफ्रास्ट्रक्चर जस का तस पड़ा हुआ है। क्लास रूम की खिड़कियां अभी सीमेंट और ईंट से सील है। काउं¨टग के लिए कक्षा के भीतर तीन ओर से करीब दो फीट की दीवार बनाई गई थी। जिसके उपर जाली लगाया गया था। जाली तो खोल दिया गया लेकिन दीवार व उसपर लगाये गये राड को हटाया नहीं गया। जाली भी हटाकर या तो कक्षा में यह कक्षा के बाहर ही छोड़ दिया गया है। जिसके चलते कई कमरों के दरवाजे बंद हैं तो कई कमरों की चाभियां भी नहीं मिली है।
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गंदगी का लगा है अंबार
- क्लास रूम के भीतर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। बरामदे में नाश्ते का प्लेट, पैकेट, ग्लास इधर-उधर फेंके हुए हैं। इससे जहां कालेज प्रबंधन को परेशानी हो रही है, वहीं प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन पर भी सवाल खड़ा हो रहा है। जब स्वच्छ भारत मिशन के क्रियान्वयन में जुड़े अधिकारी व कर्मी का यह हाल है तो इस मिशन की सफलता पर सवाल खड़ा होना स्वभाविक है।
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खुले आसमान के नीचे पड़े हैं बेंच-डेस्क
- निर्वाचन कार्यों के दौरान क्लास रुम से बेंच-डेस्क को छत के उपर रख दिया गया है। खुले आसमान के नीचे पड़े रहने के कारण इन बेंच-डेस्कों के खराब होने की संभावना बढ़ गई है। प्रशासनिक अधिकारियों ने क्लास रुम से बेंच-डेस्क को हटवा दिया था। लेकिन निर्वाचन कार्य समाप्त होने के बाद उसे वापस क्लास रुम में नहीं रखा गया।
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बोले प्राचार्य
- कालेज परिसर को पूर्ण रुप से उपलब्ध कराने के लिए भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता से पत्राचार भी किया गया। चार बार मोबाइल पर भी बात की गई। अन्य प्रशासनिक अफसरों को भी अवगत कराया गया। लेकिन स्थिति जस की तस है। असहयोग के कारण काफी मुश्किलें हो रही हैं।
डा. मदन प्रसाद, प्रभारी प्राचार्य केएलएस कालेज, नवादा।