जिले में 104 पंचायत रोजगार सेवक बर्खास्त
नवादा। संविदा पर बहाल 104 पंचायत रोजगार सेवकों को बर्खास्त कर दिया गया है। सरकार के निर्देश के आल
नवादा। संविदा पर बहाल 104 पंचायत रोजगार सेवकों को बर्खास्त कर दिया गया है। सरकार के निर्देश के आलोक में डीडीसी महर्षि राम ने यह कार्रवाई की है। बता दें कि 8 जून से पंचायत रोजगार सेवक हड़ताल पर थे। संविदा में वर्णित शर्तो का उल्लंघन मानते हुए यह निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार ने भी पीआरएस के हड़ताल पर चले जाने पर गहरी नाराजगी प्रकट की थी। हड़ताल पर डटे पंचायत रोजगार सेवकों को काम पर लौटने का निर्देश दिया गया था। इस बाबत जिला प्रशासन ने अखबारों में विज्ञापन जारी कर पंचायत रोजगार सेवकों को काम पर वापस लौटने को कहा था। विभागीय निर्देश के आलोक में डीएम ललन जी नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर पीआरएस को अपने पद पर योगदान करने को कहा था। वहीं कार्यक्रम पदाधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में पदस्थापित पीआरएस के मोबाइल पर एसएमएस व इमेल पर संदेश देकर काम पर लौटने की अपील की थी। तमाम प्रयासों के बावजूद काम पर नहीं लौटने वालों को सेवामुक्त किया गया।
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25 पीआरएस की बची नौकरी
- जानकारी के अनुसार जिले में 129 लोगों को संविदा के आधार पर पंचायत रोजगार सेवक के पद पर बहाल किया गया था। जिसमें 104 पीआरएस हड़ताल पर थे। ऐसे में 25 पीआरएस अपनी नौकरी बचाने में सफल रहे। बहरहाल, बड़े पैमाने पर पंचायत रोजगार सेवकों को बर्खास्त कर दिये जाने के बाद मनरेगा योजना के कार्यान्वयन पर खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि विकास योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए सरकार व प्रशासन क्या कदम उठाती है।