तेज रफ्तार लील रही लोगों की जान
संवाद सहयोगी,नवादा: अप्रैल का महीना जिले के लोगों के लिए काफी अशुभ साबित हुआ। शादी-विवाह के कारण वाह
संवाद सहयोगी,नवादा: अप्रैल का महीना जिले के लोगों के लिए काफी अशुभ साबित हुआ। शादी-विवाह के कारण वाहनों की रफ्तार बढ़ी तो पथ दुर्घटनाओं में वृद्धि के कारण जिले में कोहराम मचा। कई की मांगे सूनी हुई तो कई बच्चों के सिर से मां-बाप का साया छिन गया। शादियों की खुशी गम में बदल गयी। हर मौत के बाद पथ जाम के कारण लोगों को परेशान होना पड़ा सो अलग। संतोष की बात यह कि पथ की जर्जरता के कारण राजमार्ग संख्या 31 पर दुर्घटनाओं पर ब्रेक रहा तथा कम लोग मौत के शिकार हुए,लेकिन अन्य पथों पर दुर्घटनाएं बढ़ी। अकेले अप्रैल माह में 21 लोगों की मौत पथ दुर्घटना में हुई जो पिछले माह की तुलना में 6 अधिक है। मार्च में 15 की मौत हुई थी। हालांकि अप्रैल में जिन 21 लोगों की मौत हुई उसमें रजौली के दंपत्ति की झारखंड व काशीचक थाना के महरथ के तीन लोगों की ट्रैक्टर दुर्घटना में मौत नालंदा जिला में हुई।
कब कहां हुई मौत
- 5 अप्रैल-पकरीबरांवा के डुमरांवा मोड़ के पास टेम्पो- बस की टक्कर में एक की मौत।
7 अप्रैल- रजौली के अरविन्द कुमार रवि व पत्नी रीता वर्णवाल की वाहन दुर्घटना में झारखंड में मौत।
8 अप्रैल - अकबरपुर के पुलिस लाईन के पास अज्ञात वाहन से दबकर छात्र की मौत।
12 अप्रैल-नरहट के शेखपुरा में ट्रक से कुचलकर विजय हलवाई की मौत।
16 अप्रैल-हिसुआ में अज्ञात वाहन से बालिका की मौत।
18 अप्रैल-रजौली के बेलाडीह के पास अज्ञात ट्रक से कुचलकर मोटरसायकिल सवार अकबरपुर सुपाय के राजकुमार यादव की मौत।
23 अप्रैल-सिरदला के परना डाबर के पास बाइक सवार मुकेश कुमार की मौत।
24 अप्रैल-पकरीबरावां मोहनबिगहा के पास 70 वर्षीय अझोला देवी की मौत।
26 अप्रैल-कौआकोल जोरावरडीह के पास दूध विक्रेता भोली यादव व मुफस्सिल के पास राजकुमार यादव की मौत।
28 अप्रैल-अकबरपुर के बरेव मोड़ के पास 25 वर्षीय हरजाना खातुन व नारदीगंज के पंडपा मोड़ के पास अज्ञात वाहन से कुचलकर भदौनी के श्रवण मांझी की मोटरसायकिल दुर्घटना में मौत।
29 अप्रैल-शाहपुर ओपी के महरथ गांव के पिता रामाशीष यादव व पुत्र टेनी समेत विक्की की नालंदा जिला में मौत।
30 अप्रैल-नारदीगंज के महादेव बिगहा के पास एलपीजी
ट्रक व बारात ले जा रही सवारी वाहन की सीधी टक्कर में नवादा के कोनियापर के दूल्हे के चाचा अजीत यादव,उपेन्द्र चौहान,श्यामसुन्दर चौहान व बृजनन्दन चौहान के साथ ही मुफस्सिल थाना के बेलधार के पास भरोसा के अर्जुन पंडित की मौत ।
इन सबों के अलावे दर्जनों की संख्या में लोग विकलांग हुए। कई मामलों में वाहनों की जब्ती हुई जबकि अधिकांश मामलों में वाहनों का पता तक नहीं चला। बेलगाम वाहन चालकों की गलती का खामियाजा राह चलते लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जबकि हर मौत के बाद मुआवजा को ले पथ जाम किये जाने से दूर सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हर दुर्घटना के पीछे चालकों का नशे में धुत हो वाहन चलाने या फिर ओवरलोडिंग की बातें सामने आने के बावजूद जिला प्रशासन को इसकी रोकथाम की चिन्ता नहीं है। परिणाम है कि लोग असमय काल के गाल में समा रहे हैं तो विकलांगता के शिकार हो रहे हैं।