बेटे की मौत से वृद्ध मा पिता गमजदा
संवाद सूत्र, वारिसलीगंज (नवादा) : अपने न्यायप्रिय सरपंच की मौत से कुटरी पंचायत के हर व्यक्ति के आखों
संवाद सूत्र, वारिसलीगंज (नवादा) : अपने न्यायप्रिय सरपंच की मौत से कुटरी पंचायत के हर व्यक्ति के आखों में आसू छलक रहे थे। परिजनों का हाल तो ज्यादा ही बुरा था। 80 बर्षीया वृद्धा मां मंचित देवी और 85 बर्ष के वृद्ध पिता रामाशीष सिंह की आखों से अपने युवा पुत्र की मौत के बाद से ही अनवरत आंसू बहते जा रहे थे।
सबसे ज्यादा बेहाल मृतक की विधवा 40 वर्षीया कमला देवी की थी। जो बार बार बेहोश हो रही थी। आस पास की औरतें उस बेचारी को ढ़ाढ़स बंधवाने में जुटी थीं। जबकि सरपंच के नाबालिग बच्चे गुलशन, आरती एवं गौरव अपने सिर से पिता का साया उठ जाने की दर्द में जार बेजार रो रहे थे। इन बच्चों को अपनी शिक्षा दीक्षा रूक जाने की चिन्ता सता रही थी। ग्रामीण बातों ही बातों में सरपंच गौरी शकर के सामाजिक प्रेम एवं नेक दिल इंसानियत की चर्चा करते हुए बता रहे थे कि सड़क में बना गढ़ा हो या किसी के खेत से बर्बाद हो रहा पानी उनसे देखा नहीं जाता था। अपनी कोशिश भर सबों की मदद करते थे।
बता दें कि शुक्रवार का दिन नारोमुरार गाव के लिए मनहुस रहा। क्योंकि घर से धान काटने निकले सरपंच का शव शाम में घर पहुंचा। गाव स्थित देवी स्थान के पास अपने खेत में गौरी धान काट रहे थे। तभी सड़क निर्माण के लिए बालू लेकर जा रहा एक टैक्टर कच्ची सड़क में फंस गया था। उसे निकलवाने के दौरान डाला पलट गया और सरपंच की दब कर मौत हो गई। शनिवार को सरपंच की अंतेष्ठी हाथीदह के सिमरिया घाट पर हुई।