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संजय वर्मा हत्याकांड का मुख्य आरोपी पंकज गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, नवादा : वर्ष 2011 के चर्चित संजय वर्मा हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हु

By Edited By: Published: Mon, 20 Oct 2014 01:02 AM (IST)Updated: Mon, 20 Oct 2014 01:02 AM (IST)

जागरण संवाददाता, नवादा :

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वर्ष 2011 के चर्चित संजय वर्मा हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। शनिवार की देर रात नारदीगंज थाना क्षेत्र के नारदीगंज ग्रामीण इलाके से हत्याकांड में शूटर रहे पंकज कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद दोहरे अपहरण कांड में सफलता की संभावना बढ़ गई है। एसपी डा. परवेज अख्तर ने बताया कि पंकज हत्याकांड को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहा था। खुफिया सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर उसे नारदीगंज के ग्रामीण इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी ने संजय वर्मा हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। उसने पुलिस को बताया है कि लूट में सफल नहीं हो पाने के कारण संजय की हत्या कर दी गई। हालांकि वह मृतक संजय के भाई धनंजय वर्मा व अमरजीत के अपहरण में अपनी संलिप्तता से इनकार कर रहा है। एसपी ने बताया कि पंकज के अनुसार संजय हत्याकांड में शामिल रहे अन्य अपराधियों ने दोहरे अपहरण को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि अपहरण कांड में शीघ्र ही सफलता हासिल हो जाएगी। बहरहाल, गिरफ्तार पंकज ने पुलिस को जो जानकारी दी है, उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि अपहरण के पीछे संजय वर्मा हत्याकांड की मुख्य वजह है। चूंकि धनंजय अपने भाई संजय की हत्या का चश्मदीद गवाह है। मामले का ट्रायल भी न्यायालय में चल रहा है। संभवत: धनंजय की गवाही से बचने के लिए अपराधियों ने उसका अपहरण कर लिया है।

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चार दिन बाद भी अपहृतों का नहीं चल सका पता

नवादा : दोहरे अपहरण कांड के चार दिन गुजर गये हैं। लेकिन अपहृतों की सकुशल बरामदगी नहीं हो सकी। जिससे अपहृत के परिजनों की बेचैनी लगातार बढ़ती जा रही है। परिजन अपहृतों के सकुशल लौट आने के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं। गांव के दो युवकों के अपहरण के बाद ग्रामीणों का भी धैर्य अब जवाब दे रहा है। लोगों में काफी आक्रोश पनप रहा है। हालांकि अपहरण के लिए उपयोग में लाई गई सूमो वाहन को बरामद कर लिया गया है। लेकिन वाहन स्वामी के बारे में पुलिस स्पष्ट नहीं बता रही है। एसपी की मानें तो यह वाहन नालंदा जिला से चोरी की गई है। जबकि शनिवार को पूछताछ के लिए थाना लाये गये युवकों ने जिले के एक नेता के रिश्तेदार की गाड़ी होने की बात कही है। फिलहाल पुलिस वाहन स्वामी के बारे में पता लगाने में जुटी हुई है। पुलिस सूत्रों की मानें तो दोहरे अपहरण कांड में संजीत महतो नामक एक अपराधी का नाम भी सामने आ रहा है। बताया जाता है कि अपहरण में प्रयुक्त सूमो वाहन का उपयोग वही किया करता था। लेकिन वह अबतक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका है।


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