पीएचसी में हो सकेगी रक्त के नमूनों की जाच
संवाद सहयोगी,नवादा: जिले के ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों के लिये खुशखबरी है। ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को अब विभिन्न प्रकार की जाच के लिये जिला अस्पताल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। वे अपने निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ही अब खून के नमूने से 70 प्रकार की जाच करा सकेंगे। इसके लिये जल्द ही पीएचसी में मशीनें लगायी जायेगी। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मशीन भेजने की तैयारी कर रहा है। मशीन चलाने के लिये कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो मई के अंत तक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर सुविधा आरंभ कर दी जायेगी।
अबतक इस प्रकार की सुविधा जिला स्तरीय अस्पतालों तक ही सिमित थी। अब इसका विस्तार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक किया जाना है। सेमी ऑटो एनालाइजर मशीन से एक घटे में 300 मरीजों के रक्त के नमूनों की जाच की जा सकेगी। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के गरीब-गुरबों को समय व पैसे का बचत होगी। समय पर उचित चिकित्सा हो सकेगी। वैसे इसकी क्षमता बढ़ाने की योजना है,तथा भविष्य में यह रिजेंट के माध्यम से 312 प्रकार के रक्त के नमूनों की जाच कर सकेगा।
क्या होगी जाच
-पीएचसी में लगाये जाने वाले सेमी ऑटो एनालाइजर मशीन से लीवर फंक्शन,रीनल फंक्शन,लिपिड प्रोफाइल,आयरन प्रोफाइल,कार्डियक प्रोफाइल,इलेक्ट्रोलायड,फॅास्फोरस आदि की जाच आसानी से की जा सकेगी।
कहते हैं सिविल सर्जन
-स्वास्थ्य सेवा में सुधार लाने के लिये सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पैथेालॉजी व्यवस्था ठीक करने के लिये उपरोक्त कदम उटाये जा रहे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को जिला अस्पताल आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। मशीन लाने के लिये वाहन की व्यवस्था की जा रही है। मई के अंत तक हर हाल में मरीजों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर सुविधा दिलाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
डा मधेश्वर प्रसाद शर्मा,सिविल सर्जन,नवादा।