जेएनयू को नष्ट करने पर तुली है मोदी सरकार
नालंदा। जेएनयू के अनशनकारी छात्रों के समर्थन में आइसा व इंकलाबी नौजवान सभा के सदस्यों ने मंगलव
नालंदा। जेएनयू के अनशनकारी छात्रों के समर्थन में आइसा व इंकलाबी नौजवान सभा के सदस्यों ने मंगलवार को बिहारशरीफ के अस्पताल चौक पर उपवास रखा। उपवास पर बैठे इंनौस के जिलाध्यक्ष अनिल पटेल ने कहा कि केन्द्र की सरकार जेएनयू को को नष्ट करने पर तूली है। छात्रों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को समाप्त कर जबदस्ती फांसीवादी साम्प्रदायिक विचारधारा थोपना चाहती है। रिसर्च सेंटर जेएनयू में आज तक भाजपा एवं उसका छात्र संगठन एबीबीपी को घुसने का मौका धर्मनिपेक्ष और न्याय पसंद छात्रों ने नहीं दिया। जिससे बौखला कर जेएनयू को बर्बादी करने पर तूली हुई है और जेएनयू के छात्र नेताओं पर झूठा मुकदमा कर प्रताड़ित कर रही है।
पार्टी के जिला सचिव रामदास अकेला एवं आएसा के समबीर कुमार एवं धर्मेन्द्र कुमार ने कहा कि आजादी के लड़ाई में गद्दारी करने वाली आरएसएस और भाजपा के लोग राष्ट्रवाद के नाम पर पूरे देश में दलित पिछड़ा अकिलियत और न्याय पसंद लोगों को निशाना बना रही है। जेएनयू के छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, महासचिव चिन्टू कुमारी, पूर्व छात्र के अध्यक्ष आशुतोष समेत सभी छात्रों पर से फर्जी मुकदमा वापस लेने, विश्व विद्यालय प्रशासन के द्वारा छात्र नेताओं को निष्काषित करने एवं आर्थिक दंड देने की फैसले को वापस लेने की मांग की है। उपवास कार्यक्रम के समर्थन में भाकपा माले नेता पाल बिहारी लाल, जेएनयू के पूर्व छात्र नेता मनमोहन कुमार, लौगी शर्मा, किशोर साव, मनोज यादव, रामदेव चौधरी, मंती देवी शामिल है। नेताओं ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि केन्द्र की सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने का आहृान किया है।