मलमास मेले में थिएटर व सर्कस पर प्रतिबंध के खिलाफ राजगीर बंद, आगजनी, फायरिंग
बिहारशरीफ जिला के राजगीर में लगने वाले मलमास मेले में सर्कस व थियेटर पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग को लेकर आज राजगीर बंद है। मेला बचाव समिति के बैनर तले लोगों ने सड़क मार्ग और रेल चक्का जाम कर दिया है।
नालंदा। बिहारशरीफ जिला के राजगीर में लगने वाले मलमास मेले में सर्कस व थियेटर पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग को लेकर आज राजगीर बंद है। मेला बचाव समिति के बैनर तले लोगों ने सड़क मार्ग और रेल चक्का जाम कर दिया है।
हिंसक भीड़ ने पुलिस के एक वैन सहित दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया। सर्कस मैदान के पास उपद्रवियों ने बवाल काटते हुए तोडफ़ोड़ व मारपीट की। कई जगह आगजनी भी की गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
हर तीन साल पर लगने वाला मलमास मेला 17 जून से शुरू होगा। इस साल इसमें जिला प्रशासन ने थियेटर एवं सर्कस लगाने से मना कर दिया है। इससे स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। लोगों के अनुसार थियेटर व सर्कस यहां की अर्थव्यवस्था के मुख्य आधार हैं। इनसे किसी तरह की अव्यवस्था भी नहीं फैलती।
प्रदर्शनकारियों ने श्रमजीवी एक्सप्रेस, राजगीर हावड़ा एक्सप्रेस व डीएमयू सहित आठ ट्रेनों को रोककर रखा। सड़क मार्ग भी पूरी तरह बंद रहा।
राजगीर बंद के दौरान सबसे ज्यादा परेशानी श्रमजीवी एक्सप्रेस के नहीं खुलने के कारण हुई। सैकड़ों यात्रियों ने इसके टिकट रद कराए। लोग भीषण गर्मी में ट्रेन व स्टेशन परिसर में खड़े रहे। श्रमजीवी एक्सप्रेस के नहीं जाने से बख्तियारपुर की ओर से आने वाली कई ट्रेनें भी जहां-तहां रोक कर रखी गईं।
राजगीर-बख्तिायारपुर रेल मार्ग पर सभी ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया। उग्र लोगों ने स्टेशन काउंटर पर भी बवाल काटा व तोडफ़ोड़ की। राजगीर की सड़कों पर भी वाहनों की लंबी कतार लग गई है।
जिले के कई वरीय प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी राजगीर में कैंप कर रहे हैं। डीएम बी कार्तिकेय व एसपी डॉ. सिद्धार्थ भी राजगीर पहुंच गए हैं।