जोश में प्रशासनिक नियमों की अनदेखी करते रहे कार्यकर्ता
बिहारशरीफ : नगर निकाय चुनाव में कार्यकर्ताओं का जोश इस कदर था कि वे प्रशासन के।
बिहारशरीफ : नगर निकाय चुनाव में कार्यकर्ताओं का जोश इस कदर था कि वे प्रशासन के सभी दावे की अनदेखी करते रहे। अम्बेर स्थित ड्राप गेट से आगे बिना वैध प्रमाण पत्र के किसी को नहीं जाना था। लेकिन कार्यकर्ता उसकी कोई परवाह नहीं कर रहे थे। ड्राप गेट पर अगर कार्यकर्ता को रोका जा रहा था तो कार्यकर्ता वैकल्पिक मार्ग तलाश कर नालंदा कॉलेज स्थित मतगणना स्थल पर बढ़ते जा रहे थे। इनको रोकने का जब-जब प्रशासन प्रयास किया तब-तब हल्की झड़प होती रही। नगर निगम गेट के सामने तो कार्यकर्ताओं ने एसपी के वाहन आने व उसके नालंदा कॉलेज में जाने के बाद तक नारे बाजी करते रहे। अम्बेर ड्राप गेट पर एक सीनियर कलेक्टर को बिना अनुमति के नालंदा कॉलेज की तरफ जाने वालों को रोकने की जवाबदेही दी गई थी। इधर अम्बेर ड्राप गेट से नालंदा कॉलेज तक लोगों पर नजर रखने के लिए जिला प्रशासन ने डीएसओ को तैनात कर रखा था। नालंदा कॉलेज के मुख्य गेट पर खुद एसडीओ सुधीर कुमार, एसडीपीओ नीशित प्रिया, डीएसपी विजय कुमार के अलावा जिला पंचायती राज पदाधिकारी शैलेन्द्र नाथ, डीएम के ओएसडी राकेश कुमार गुप्ता, सीनियर डिप्टी कलेक्टर ब्रजेश कुमार लगातार प्रवेश करने वालों पर नजर रखे हुए थे। जुलूस निकालने पर रोक के बावजूद जुलूस निकालते कार्यकर्ताओं को रोकना जिला प्रशासन के लिए मुश्किल होता जा रहा था। नालंदा कॉलेज के गेट से ही विजयी प्रत्याशी के समर्थक जुलूस व नारेबाजी करते जा रहे थे। लेकिन पुलिस व मजिस्ट्रेट मूकदर्शक बनकर देखते रहते थे।