आचार संहिता लगते ही कई योजनाओं पर लगेगा ग्रहण
नालंदा । बिना घर के लोगों के लिए अच्छी खबर है। उनके लिए जल्द ही एक और रैन बसेरा बनाने क
नालंदा । बिना घर के लोगों के लिए अच्छी खबर है। उनके लिए जल्द ही एक और रैन बसेरा बनाने की तैयारी में नगर निगम जुट गया है। वहीं एक नए बडे नाला के साथ पथ निर्माण भी किया जाएगा। लेकिन उसमें पेच फंस रहा है सर्किल नगर विकास विभाग की स्वीकृति नहीं मिलने से। सर्किल नगर विकास विभाग अगर आदर्श आचार संहिता लगने के पूर्व इन योजनाओं पर पक्का मुहर लगा दिया तो। टेंडर प्रक्रिया कराने के लिए नगर निगम तैयार बैठा है। इसके लिए नगर निगम पहले ही मास्टर प्लान बानकर पटना नगर विकास विभाग को कई महीने पहले भेज चुका है।
कौन सी है योजना
नगर निगम पहले ही रामचंदरपुर तथा कारगिल बस स्टैंड के अंदर रैन बसेरा का निर्माण पूर्व में करा चुका है। जिसका फायदा बिना घर-बार के लोग बरसात में उठा रहे हैं। इसके बाद नगर निगम वार्ड संख्या 33 के नागा बाबा मंदिर के पास तीसरा रैन बसेरा बनाने की योजना पर काम कर रहा है। इसके अलावा खंदकपर तीराहा से बरबीघा रोड रेलवे क्रा¨सग के पास तक आरसीसी बड़ा नाला व पथ निर्माण कराने की योजना को अमली जामा पहनाने के लिए तैयार बैठा है। इंतजार है सर्किल नगर विकास से इस योजना के लिए मिलने वाले स्वीकृति का।
इन योजनाओं आएगा लागत खर्च
वार्ड संख्या 33 के नागा बाबा मंदिर के पास बनने वाले रैन बसेरा के निर्माण पर नगर निगम लगभग 45 लाख रुपए व्यय करेगा। वहीं दूसरी योजना खंदकपर तीराहे से रेलवे क्रा¨सग तक बनने वाले आरसीसी नाला व पथ निर्माण के लिए अगर सर्किल नगर विकास विभाग को मुहर लगा दिया तो उस योजना पर 1 करोड़ 75 लाख रुपए खर्च आएगा।
किन योजनाओं पर चल रहा कार्य
नगर निगम क्षेत्र में मछली मंडी के पास नाला निर्माण, ब्रह्मस्थान तालाब से मछली मंडी नाला तक नाले का निर्माण, अरविन्द साव के घर पोखर तक आरसीसी नाला का निर्माण, विजय जी के घर से लल्लू के घर होते केदार जी के घर तक नाली निर्माण व मगध कालोनी में नाली व पथ निर्माण कार्य कुछ पूरा हो गया हे और कहीं मात्र 20 फीसद शेष बचा हुआ है। 80 फीसद कार्य पूरा हो गया है।
बोले मेयर सुधीर कुमार
जिन योजनाओं की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। उसका निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। अभी भी दो ऐसी योजनाएं हैं जिसका कार्य पूरा कराना अहम जरूरी है। इन योजनाओं की फाइल पटना सर्किल नगर विकास विभाग के पास महीनों से भेजा गया है। वहां से मंजूरी मिल गई तो जल्द ही उन योजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी। इसके बाद जो योजनाएं बनेंगी वह विधानसभा चुनाव के उपारांत ही बन पाएगा। इस बीच नगर निगम स्मार्ट सिटी के संबंध में कागजी खाना-पूर्ति में लगा रहेगा।