अनुकंपा से वंचित करने का लगाया आरोप
नालंदा। सरकारी सेवारत व्यक्ति के असमय मृत्यु होने पर उसके संतान को नौकरी देने का प्रावधान ह
नालंदा। सरकारी सेवारत व्यक्ति के असमय मृत्यु होने पर उसके संतान को नौकरी देने का प्रावधान है, पर मोहन प्रसाद करीब बीस वर्षेां से लगातार अनुकंपा के आधार पर नौकरी पाने को विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। जागरण को दिये लिखित सूचना में उन्होंने बताया है कि उनकी मां छठिया देवी स्वास्थ्य विभाग में कक्ष सेविका के पद पर कार्यरत थी। सेवा काल में ही सन् 1996 में उनकी मृत्यु हो गयी। मृत्यु के बाद से वे लगातार विभाग का चक्कर लगा रहे हैं पर विभाग में पद स्थापित कर्लक वासुदेव प्रसाद द्वारा मांगे गये घूस नहीं दिये जाने के कारण उनके फाइल को दबा दिया गया। अनुकंपा के आधार पर नौकरी पाने की उम्मीद में उन्होंने आगे नौकरी का प्रयास नहीं किया जिसके कारण आज आर्थिक विषमता की स्थितिै बन गयी है। उन्होंने कहा कि यदि विभाग द्वारा अविलंब न्यायोचित कार्रवाई नहीं की गयी तो वे अमरण अनसन करने को बाध्य होंगे।