मुख्यमंत्री साइकिल योजना में फंसी एचएम
नालंदा । मुख्यमंत्री साइकिल योजना में धांधली व अनियमितता करने के आरोप में सरदार पटेल हाई स्क
नालंदा । मुख्यमंत्री साइकिल योजना में धांधली व अनियमितता करने के आरोप में सरदार पटेल हाई स्कूल की प्रभारी एचएम फंस गई हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर एसडीओ द्वारा कराई गई जांच में इसकी पुष्टि हुई है। राजगीर एसडीओ ने पत्र लिखकर जिला शिक्षा पदाधिकारी से प्रभारी एचएम के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की है। एसडीओ लाल ज्योतिनाथ शाहदेव ने बताया कि हरखित कुमार नामक एक अभिभावक ने आरोप लगाया था, कि सरदार पटेल हाई स्कूल की प्रभारी एचएम द्वारा मुख्यमंत्री साईकिल योजना की राशि वितरण में मनमानी और धांधली की गई है। उनके द्वारा फर्जी नामांकन दिखाकर कुछ विद्यार्थियों को साइकिल एवं अन्य योजनाओं की राशि का वितरण भी किया गया है। हरखित के अनुसार उनकी दो पुत्री इस स्कूल की छात्रा है। उसे साइकिल योजना के तहत स्वीकृत राशि 2500 रुपए की जगह प्रति छात्रा 830 रुपये का भुगतान किया गया है जो नियमानुकूल नहीं है। शाहदेव ने बताया कि इस मामले को उन्होंने गंभीरता से लिया। डीसीएलआर प्रभात कुमार से इन आरोपों की जांच कराई गई। जांच में लगाए गए आरोप प्रमाणित पाए गए हैं। उस स्कूल में प्रति साइकिल 2500 रुपए वितरण करने के अभिश्रव मिले हैं लेकिन प्रति छात्र 830 रुपये वितरण करने का कोई लेखा-जोखा नहीं मिला है। जांच रिपोर्ट के अनुसार तय उपस्थिति के अनुसार नवमीं के अनुसूचित जाति की 10 बालिका, 09 बालक, सामान्य वर्ग के 29 बालिका और 18 बालक कुल 66 छात्र को साइकिल योजना की राशि का वितरण किया गया है। अभिश्रव के संधारण से इसकी संपुष्टि हुई है। वर्ष 2014 में इस स्कूल में 135 छात्र और 125 छात्राओं का नामांकन है। उन्होंने बताया कि एचएम ने जांच पदाधिकारी को बताया कि स्कूली बच्चे और उनके अभिभावकों के द्वारा सभी बच्चों को साइकिल की राशि देने की मांग की जाने लगी। तब विधि व्यवस्था के अनुरूप सभी नामांकित बच्चों को समानुपातिक ढ़ंग से 830 रुपये की दर से साइकिल राशि का वितरण किया गया। लेकिन जांच पदाधिकारी के समक्ष एचएम ने इस वितरित राशि का कोई प्रमाण नहीं दिखाया। इस स्कूल में प्रति छात्र 830 रुपये वितरण करने का कोई लेखा-जोखा संधारित नहीं है। छात्रा अंजली कुमारी, सुमिती कुमारी, खुशबू कुमारी, सीमा कुमारी, ममता कुमारी, प्रियंका भारती, स्नेहा कुमारी ने लिखित कहा है कि उन्हें साइकिल योजना के तहत 2500 रुपये की जगह मात्र 830 रुपये का भुगतान किया गया है।