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एटीएम मतलब एनी टाइम मुसीबत

नालंदा। नोटबंदी के साढ़े तीन माह से अधिक समय गुजर जाने के बावजूद अभी भी हालत में पूरी तरह से सुधार न

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Feb 2017 03:04 AM (IST)Updated: Mon, 27 Feb 2017 03:04 AM (IST)
एटीएम मतलब एनी टाइम मुसीबत
एटीएम मतलब एनी टाइम मुसीबत

नालंदा। नोटबंदी के साढ़े तीन माह से अधिक समय गुजर जाने के बावजूद अभी भी हालत में पूरी तरह से सुधार नहीं हुआ है। आज भी शहर के 60 फीसद एटीएम से नोट नहीं निकल रहे हैं। कई के मशीन खराब है तो कई में रुपये ही नहीं हैं। यह हालत राष्ट्रीयकृत बैंकों के एटीएम की है। शनिवार व रविवार को बैंक बंद होने के बाद लोगों को एकमात्र सहारा एटीएम बच जाता है, लेकिन यहां उसका भी बुरा हाल है। एटीएम का पूरा नाम ऑटोमेटिक टेलर मशीन है, पर यहां पर इसका मतलब कुछ और ही लोग निकाल रहे है। हो भी क्यों नहीं, लोग एटीएम को ऐनीटाइम मुसीबत के नाम से पुकारते हैं। लोगों का कहना है कि जब भी एटीएम से रुपये निकालने जाते हैं, वहां पर या तो पहले से बोर्ड टांग दी जाती है कि मशीन खराब है। या रुपये नहीं है। अब बेचारे जनता आखिरकार करें तो क्या करें। लोगों ने कहा कि नोटबंदी के समय केन्द्र सरकार ने यह घोषणा की थी कि जितने भी खराब एटीएम हैं, उनकों तत्काल ठीक कराया जाएगा। ताकि लोगों को रुपये के लेन-देन में कोई परेशानी न हो। लेकिन आज चार माह गुजरने को हैं लेकिन हालात में सुधार नहीं दिख रहा है। दो दिन लगातार बैंकों के बंद होने के बाद अधिकांश एटीएम मशीन का हवा निकल जाती है। आज भी आधे से अधिक एटीएम मशीन खराब पड़े हैं जिसको देखने वाला कोई नहीं है। बहरहाल यह मुसीबत आम लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है।


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