सुर, लय व ताल पर झंकृत हुई राजगीर की पंच पहाड़ियां
नालंदा। सुर, लय व ताल के साथ राजगीर महोत्सव का आगाज शनिवार से प्राचीन और ऐतिहासिक अजात
नालंदा। सुर, लय व ताल के साथ राजगीर महोत्सव का आगाज शनिवार से प्राचीन और ऐतिहासिक अजातशत्रु किला मैदान में हो गया। महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। सर्वधर्म संभाव एवं सर्वधर्म प्रार्थना के साथ शुरू हुए राजगीर महोत्सव के सांस्कृतिक संध्या में बालीबुड के प्रसिद्ध गायक आदनान सामी ने अपने गीतों से राजगीर के पंच पहाड़ियों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उनके गायन से लोगों में अजब का उत्साह के साथ जोश नजर आया। सामी ने मंच पर आते ही हाथ हिला कर लोगों का अभिवादन किया। दर्शक-दीर्घा में बैठे लोग भी तालियों के गड़गड़ाहट ने उनका हौसला-अफजाई किया। अपने गायकी की शुरुआत सामी ने अपने जादुई आवाज में दिल कह रहा है.. दिल से वादा करो मिल के होंगे ना जुदा.. हम जानम गाकर किया। उनके गायन पर दर्शक दीर्घा में बैठे लोग झूम उठे। अपने गायकी के अगले पडाव में उन्होंने सिर्फ तेरा महबूब.. गाकर लोगों को खूब झुमाया। अपने गायकी के दूसरे पड़ाव में उन्होंने आई ला रे आई ला रे.. गाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान लोग अपने सीट से खडे़ होकर उनके गायकी पर खूब झूमे। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनकी गायकी का आनंद लेते रहे। बताते चलें कि अदनान सामी ने अपने गायकी की शुरुआत मात्र 5 वर्ष से ही की थी। इन्होंने लंदन यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म और एलएलबी की पढ़ाई की है। इन्होंने आशा भोसले और आरडी वर्मन के कहने पर संगीत की दुनिया में कदम रखा था। आज संगीत की दुनिया के अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी ख्याति बना चुके हैं। मूल रूप से पाकिस्तान निवासी सान ग्रेटेस्ट प्यानों इस्ट भी है। इन्होंने भारतीय संगीत को नया आयाम दिया है।