मजदूर संघ करेगी उच्च न्यायालय में याचिका दायर
नालंदा। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम कर्मचारी संघ के तत्वाधान में जारी अनिश्चितकाल हड़ताल
नालंदा। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम कर्मचारी संघ के तत्वाधान में जारी अनिश्चितकाल हड़ताल के लगभग माह भर होने को है। मगर अभी भी विभाग इनकी समान कार्य का सामान वेतन आदि की मांग पर गंभीर नहीं दिख रहा है। जिसकों लेकर अब धीरे-धीरे संघ के कर्मचारियों में असंतोष पलटने लगा है। नतीजन संघ को मजबूर होकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा। इसके लिए संघ पटना के कौटिल्य बिहार में एक बैठक कर विभाग के आलाधिकारियों को ध्यान आकृष्ट करायेगी। संघ के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश ¨सह ने उक्त जानकारी देते हुए पीड़ा जाहिर की। कहा कि अपनी मांगों को लेकर संघ के कर्मचारी 26 दिन से हड़ताल पर हैं। परन्तु विभाग व राज्य सरकार इसके प्रति गंभीर नहीं है। ये विडंबना नहीं तो और क्या है।
बिहार पर्यटन उद्योग में दिनरात जुटे संघ के कर्मियों के कर्तव्य निष्ठा से बिहार पर्यटन क्षेत्र सु²ढ़ है, लेकिन इनकी मेहनत की तुलना में इन्हें वेतन पर वर्षों से नजरअंदाज किया जा रहा है। अब संघ ने कड़ा रूख अपनाते हए उच्च न्यायालय में एक याचिका भी दायर करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि 28 अगस्त को संघ एवं विभागीय बोर्ड की एक बैठक पटना कौटिल्य बिहार में थी। संघ के इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से प्रभावित राजगीर का रोपवे व घोड़ा कटोरा झील की यात्रा को आ रहे देशी विदेशी सैलानियों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी का प्रमुख आकर्षक आकाशीय रज्जू मार्ग के बंद रहने से प्रतिदिन 2 लाख रूपया की चपत भी लग रही है। एक अनुमान के मुताबिक बिहार पर्यटन उद्योग को संघ के हड़ताल पर जाने से रोजाना नुकासान हो रहा है।