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विद्यालय बना ग्रामीणों का अखाड़ा

नालंदा। सिलाव में जिलाधिकारी बी. कार्तिकेय के आदेश पर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय भदारी में व

By Edited By: Published: Sat, 04 Jul 2015 08:01 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2015 08:01 PM (IST)
विद्यालय बना ग्रामीणों का अखाड़ा

नालंदा। सिलाव में जिलाधिकारी बी. कार्तिकेय के आदेश पर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय भदारी में व्याप्त कुव्यवस्था की जाच करने मध्याह्न भोजन योजना के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुरेन्द्र प्रसाद सिन्हा, जिला साधनसेवी कृष्ण कुमार सुन्दरम शनिवार को विद्यालय पहुंचे। सुबह के दस बजे मात्र चार शिक्षक विद्यालय में उपस्थित थे। जबकि विद्यालय में आठ शिक्षक कार्यरत हैं। अधिकारियों ने जाच के क्रम में कई अनियमितता पाई। विद्यालय का माहौल देख अधिकारी वापस जाने लगे तब ग्रामीण व छात्र-छात्राओं ने अधिकारियों को रोक लिया और अपनी व्यथा सुनाई। अधिकारियों की सूचना पर सिलाव थाने कि पुलिस आई तब जाकर छात्र- छात्राओं की समस्याएं को विस्तार से सुनी गई। आठवीं कक्षा की छात्रा फुरूटी कुमारी, मीनु कुमारी, शौरभ कुमार, काजल कुमारी, प्रीति कुमारी बताती हैं कि पिछले कई वषरें से हमलोगों को छात्रवृत्ति और पोषाक की राशि नहीं दी गई है। मध्याह्न भोजन मीनू के अनुसार नहीं दिया जाता है विद्यालय समय से नहीं खुलता है। शिक्षक समय पर नहीं आते हैं। हमलोगों को भरपेट भोजन नहीं दिया जाता है। इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि असल लड़ाई प्रधानाध्यापक नरेश चौधरी और सुरेश प्रसाद के बीच है। सुरेश प्रसाद नारदीगंज में हार्डवेयर का दुकान चलातें हैं। वे महीने में एक-दो दिन आते हैं और पूरे महीने का हाजिरी बनाते हैं। इस बात को लेकर ग्रामीण अक्सर स्कूल में बवाल करते हैं।

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क्या कहते हैं अधिकारी

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन योजना सुरेन्द्र प्रसाद, जिला साधन सेवी कृष्णा कुमार सुन्दरम एवं सीओ शैलेन्द्र कुमार सिंह कहते हैं कि यह विद्यालय ग्रामीणों का अखाड़ा बन गया है। ग्रामीण शराब पीकर स्कूल में आ जाते हैं। इस विद्यालय में 253 छात्र-छात्राएं नामाकित हैं लेकिन उपस्थिति मात्र 50 की है। आठवां वर्ग के बच्चे को हिन्दी भी पढ़ने नहीं आता है। इन सभी बिन्दुओं पर जांच की गई है। जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी।


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