नीरपुर से हुआ पुरुषों का पलायन
नालंदा। बिहारशरीफ में डीपीएस के निदेशक की हत्या के बाद नीरपुर समेत आस-पास के इलाके में 'साइड इफेक्ट'
नालंदा। बिहारशरीफ में डीपीएस के निदेशक की हत्या के बाद नीरपुर समेत आस-पास के इलाके में 'साइड इफेक्ट' दिखने लगा है। घटना के करीब एक सप्ताह बाद यहां सबकुछ सामान्य नहीं हुआ है। डीपीएस में दिल दहला देने वाली घटना से पूरे इलाके को शर्मशार कर दिया है। अभी भी दुकानें बंद है। सड़कों पर सन्नाटा कायम है।
हालात यह है कि पूरे इलाके के पुरुष गाव छोड़कर बाहर चले गए हैं। लोगों को डीपीएस निदेशक हत्याकाड में गिरफ्तारी का भय सता रहा है। गांव में प्रवेश करने पर बड़ी मुश्किल से किसी ग्रामीण पर नजर जाती है। ज्यादातर घरों के मर्द सदस्य पुलिसिया कार्रवाई से बचने के लिए गांव से पलायन कर गए है। बुजुर्ग और बच्चे ही यहां नजर आते है। जिनकी आंखों में डर का खौफ साफ देखा जा सकता है। कोई भी ग्रामीण यहां की घटना पर चर्चा करना नहीं चाहता है।
गांव का छोटा सा बाजार जो लोगों से गुलजार रहता था। वहां सन्नाटा है। लगातार दुकानें बंद रहने से मेहनतकश परिवारों के चूल्हे ठंडे पड़ते जा रहे है।
डीपीसएस प्रकरण में 51 नामजद समेत 2100 पर हुआ है मामला दर्ज : 28 जून को नीरपुर के डीपीएस में दो छात्रों की मौत पर निदेशक की पीट-पीटकर हत्या की घटना के बाद पूरे प्रकरण में 51 नामजद समेत 2100 अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया है। खुद नीरपुर के पांच सौ लोगों पर मामला दर्ज है। एसआइटी वीडियो फुटेज के आधार पर लोगों के यहां दबिश दे रही है। इसी भय से नीरपुर इलाके के पुरुष पलायन कर गए हैं।
कार्रवाई से पनप रहा असंतोष
सिलाव में डीपीएस प्रकरण में पुलिसिया कार्रवाई से आधा दर्जन गांवों में तनाव व्याप्त है। पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई से नीरपुर, जगदीशपुर, पचवारा आदि गावों में हड़कंप मचा है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई के नाम पर निर्दोष लोगों को उठा रही है। कोसनारा गाव के रहने वाले चिंटू कुमार जो अपने फुआ के घर आए थे, उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 40 वर्षीय कारू राम जो शौच के लिए जा रहे थे, पुलिस ने उनकी पिटाई कर उनका पैर तोड़ दिया। पुलिसिया कार्रवाई से जगदीशपुर, जुआफर डीह व बाजार, पचवाड़ा, मिर्जा बिगहा, ताजू बिगहा समेत आसपास के अन्य गावों में कर्फ्यू सा नजारा है। ग्रामीण सुमित्रा देवी ने बताया कि तीन बजे सुबह में कई थाने कि पुलिस आकर उनके मकान का दीवार फांदकर अंदर दाखिल गए। मुख्य दरवाजा खोल दिया। पुलिस उनका मोबाइल जब्त कर उनके घर की तलाशी ली और महिला को गाड़ी पर बिठाकर अपने साथ लहुआर, सलेमु बिगहा, एकसारा आदी गांव घुमाने के बाद छोड़ा। इसी तरह ग्रामीण शांति देवी, रेणु देवी, फुलकुमारी, मुनकी देवी, सरस्वती देवी समेत अन्य ने बताया कि पुलिस कार्रवाई के नाम पर ज्यादती पर उतर आई है। निर्दोष लोगों को कार्रवाई के नाम पर सताया जा रहा है।