पाच साल की महायोजना चयन को प्रशिक्षण शिविर
संवाद सहयोगी, हिलसा (नालंदा) : गांवों के विकास के लिए पांच साल के लिए एक ही बार ली जाने वाली योजनाओं
संवाद सहयोगी, हिलसा (नालंदा) : गांवों के विकास के लिए पांच साल के लिए एक ही बार ली जाने वाली योजनाओं के चयन के लिए हिलसा के लोहिया भवन में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला विकास अभिकरण नालंदा के सौजन्य से महात्मा गाधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत आईपीपीई को क्रियान्वित कराने के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुमंडल के सभी बीडीओ के साथ सभी परियोजना अधिकारियों, कृषि समन्वयकों, ब्लाक के पीएचईडी को आर्डिनेटरों, जीविका के सभी बीएमपी, शिक्षा विभाग के केआरपी, प्रखंड एवं मनरेगा के कनीय अभियंताओं, ब्लाकों के तकनीकी सहायकों एवं इंदिरा आवास के पर्यवेक्षकों को महायोजन चयन के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण चंडी के परियोजना पदाधिकारी सतीशचंद्र ने दिया। पांच साल के लिए चयन की जाने वाली योजनाओं के लिए अनुमंडल स्तर पर आठ टीमों का भी गठन किया गया। जिसमें आठ से दस लोगों को शामिल किया गया है। महायोजना चयन में आईपीपीई के तहत पंचायतों के विकास के लिए बीआरजीएफ, मनरेगा, पीएचईडी, विद्युत, इंदिरा आवास, सिंचाई समेत सभी तरह की योजनाओं का चयन किया जायेगा। योजनाओं का चयन गाव स्तर से प्रारंभ होगी और वार्ड स्तर से गुजरते हुए पंचायत स्तर तक पहुंचेगी। हिलसा प्रखंड में यह कार्य शुक्रवार से ही प्रारंभ कर दी गई। हिलसा के मनरेगा परियोजना पदाधिकारी बीरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि जुनियार गाव से इसकी शुरुआत कर दी गई है। इसके लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। शनिवार को मैपिंग का कार्य जुनियार में किया जायेगा।