छठ समाप्त होते मांस-मछली की दुकानों पर भीड़
संवाद सूत्र, कतरीसराय (नालंदा): हिन्दू धर्म के महान आस्था का चार दिवसीय पर्व छठव्रत के पारन समाप्
संवाद सूत्र, कतरीसराय (नालंदा):
हिन्दू धर्म के महान आस्था का चार दिवसीय पर्व छठव्रत के पारन समाप्त होते ही हिन्दुओं के हिन्दुत्व पर प्रश्न चिन्ह लगते दिख रहा है। कार्तिक के पावन पाक महीने के प्रवेश करते ही जहां लोग लहसुन प्याज एवं मांस मदिरा जैसे तामसी भोजन पर पाबंदी लग जाता है। वहीं आज छठ का पारन समाप्त होते ही लोगों में मांस मछली की खरीदारी करते दिख रहे हैं। वैदों की मानों किसी भी अन्य प्रभाव शरीर में 21 दिन तक रहता है। किन्तु छठ का प्रसाद ग्रहण किये लोगों को अभी दो से चार घंटा नहीं बीता की लोग मांस खाने को आतूर हैं। ये तो वहीं बात हुआ की शरीर परमात्मा का दिया कोई उपहार नहीं यह श्रृष्टि का सौंपा गया आधार है। जो की लोग अपने ही हिन्दुत्व के मान्यताओं को भूल रहे हैं। जबकि कार्तिक माह में भगवान भास्कर के छठी में की गई पूजा अर्चना से लोगों को मनोवांछित फल सुकोमल काया एवं धन्य एवं धान्य की प्राप्ति होती है। वहीं लोग अपने धार्मिक आस्था को भूल कर राक्षसी प्रवृत्ति अपनाकर मांस मदिरा खाने को आतूर है। ये कैसी विडम्बना है की लोग अपने मानवता को भी भूल रहे हैं।