बाढ़ राहत को ले महिलाओं का फूटा आक्रोश
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : बाढ़ राहत की मांग को ले मुरौरा पंचायत के चैनुपरा, चकदिलावर, तकियापर व बनौलिया के सैकड़ों महिलाओं का आक्रोश फूट पड़ा। सोमवार को भारी संख्या में लोग एकत्रित होकर समाहरणालय के समक्ष पहुंचकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान मौके पर पहुंचे बिहारशरीफ प्रखंड के उप प्रमुख खुर्शीद आलम भी आक्रोशित ग्रामीणों के शिकार हो गए। इससे पहले की उप प्रमुख कुछ सफाई देते ग्रामीणों का हुजूम उन पर टूट पड़ा और हाथापाई पर उतारू हो गए। इसी बीच कुछ लोगों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया। इधर आक्रोशित ग्रामीण पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य व स्थानीय प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगा रहे थे। महिलाओं ने कहा कि चैनपुर गांव पूरी तरह से बाढ़ प्रभावित रहने के बावजूद इस गांव के एक व्यक्ति को भी इसका लाभ नहीं दिया गया। जबकि पूरा गांव पानी से डूबा रहा। यहां के लोगों को खाने के लिए एक दाना तक नहीं बचा। सारे फसल नष्ट हो गए, बावजूद जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों ने इन ग्रामीणों के साथ धोखाधड़ी का काम किया है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वे लोग चुप नहीं बैठेंगे और आंदोलन को तेज करेंगे। मौके पर पहुंचे बिहारशरीफ अंचलाधिकारी ने लोगों को बताया कि पैक्स चुनाव को लेकर फिलहाल सरकार के आदेश पर बाढ़ राहत कार्य बंद कर दिया गया है। आदेश मिलते ही बाढ़ राहत कार्य शुरू करा दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को हर हाल में राहत सामग्री उपलब्ध कराई जायेगी।