दो गांवों के बीच जमकर चले लाठी-डंडे, रोड़ेबाजी
संवाद सूत्र, चंडी (नालंदा): जिले में बाढ़ राहत वितरण कार्य जिला प्रशासन के लिए सिर दर्द बन गया है। जिला प्रशासन के सख्त निर्देश के बावजूद लोग हर दिन सड़क जाम व बवाल काटने से बाज नहीं आ रहे हैं। किसी भी समस्या के निदान के लिए लोग सीधे सड़क जाम करने पर उतारू हो जाते हैं। जिला प्रशासन के लाख कोशिशों के बावजूद पिछले 15 दिनों से जिले के कई प्रखंडों में यह सिलसिला जारी है। जाम की वजह से आम लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को बाढ़ राहत की मांग को ले चंडी प्रखंड के महकार पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण धरमपुर गांव के पास बिहारशरीफ- दनियावां एनएच 31 ए को जाम कर दिया। जाम कर रहे ग्रामीण स्थानीय पदाधिकारी एवं जन प्रतिनिधि पर मनमानी का आरोप लगा नारेबाजी कर रहे थे। इधर धरमपुर गांव के लोगों ने जाम का विरोध किया तो ग्रामीण और उग्र हो गए और मारपीट पर उतारू हो गए। देखते-देखते महकार व धरमपुर के ग्रामीण आपस में भिड़ गए और दोनों तरफ से लाठी-डंडा व रोड़ेबाजी शुरू हो गई। रोड़ेबाजी होते ही अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। जिसमें धरमपुर गावं के सुनील कुमार का सिर फट गया और एक महिला का हाथ टूट गया। इससे पहले की बात काफी बढ़ जाती पुलिस व वरीय पदाधिकारी मौके पर पहुंच कर लोगों को राहत सामग्री देने का आश्वासन देकर शांत कराया। इधर जाम की वजह से इस मार्ग पर घंटों परिचालन बाधित रहा। लोग ग्रामीणों से जाने की फरियाद करते रहे लेकिन कोई उनकी बात सुनने को तैयार नहीं था।