अब नाले में डब्बा नहीं फेकेंगे मछली व्यवसायी
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : नाले का पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर फैल जाने से धंधा चौपट होने एवं इसी पानी के कारण पोल में करंट आने से दो मछली विक्रेताओं की मौत ने रामचंद्रपुर मछली मार्केट के कारोबारियों की आंखें खोल दी हैं। इन तमाम घटनाओं के कारणों की तह में जाने पर मछली व्यवसायियों को अहसास हुआ कि किसी न किसी रूप में ये लोग खुद भी इन घटनाओं के जिम्मेदार है। इसके बाद इन लोगों ने प्रायश्चित्त के तौर पर नाले में थर्मोकोल के डब्बे डालने से तौबा करने की घोषणा की। इन डब्बों के कारण ही नाला जाम हुआ था जिससे इलाके में जलजमाव के साथ दो-दो व्यवसायियों की जान चली गई। सोमवार को नगर आयुक्त मोहन प्रकाश मधुकर की अध्यक्षता और लहेरी थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर ओमप्रकाश सिंह के मौजूदगी में हुई बैठक में मछली व्यवसायियों ने कबूल किया कि उनकी गलती के कारण ही नाले का बहाव अवरुद्ध हुआ है और नाले का पानी सड़क पर बह रहा है। मछली व्यवसायियों ने आइंदा मछली पैक होकर आने वाले थर्माकोल से बने डब्बे को नाले में नहीं डालने का संकल्प लिया। उनकी समस्या के निस्तारण के लिए नगर आयुक्त ने वार्ड संख्या 23 के पार्षद दिलीप कुमार एवं नगर प्रबंधक नरोत्तम कुमार साम्राज्य को निर्देश दिया कि मछली मंडी के पास स्थित निगम की जमीन में कचड़ा-कूड़ा डम्पिंग प्वाइंट बनवाएं जहां मछली व्यवसायी इन डब्बों फेंकें। यह भी तय हुआ कि निगम के लोग इनको वहां से नियमित उठा लेंगे।
बैठक के बाद निगम ने रामचंद्रपुर तथा मोगलकुंआ के जाम नालों की सफाई युद्धस्तर पर शुरू करा दी है। दोनों जगह जेसीबी मशीनों के साथ सफाई कर्मी भी लगे हुए हैें।
लोगों का कहना है कि नाले की सफाई होने से कुछ देर में ही जलस्तर में गिरावट आई है। बता दें कि पोल में करंट आने से दो मछली विक्रेताओं की मौत के बाद पूरे रामचन्द्रपुर इलाके की विद्युत आपूर्ति काट दी गई है जिससे यहां पानी के लिए हाहाकार की नौबत है।