सरकार की प्राथमिकताएं ही हमारी प्राथमिकता : डीएम
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : नवागत जिलाधिकारी बी कािर्त्तकेय ने सरकार की प्राथमिकताओं व दिशानिर्देशों के मुताबिक काम करते हुए लंबित योजनाओं को पूरा कराने में आ रही बाधाओं को दूर करने की बात कही है। पदभार ग्रहण करने के बाद सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में संवाददाताओं से अपनी पहली औपचारिक भेंट में जिलाधिकारी ने जिले के विकास में पत्रकारों से रचनात्मक सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि जो भी गड़बड़ियां होंगी उसे दुरुस्त किया जाएगा।
खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशनकार्डो की गड़बड़ियों पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि छह हजार सादा कार्ड आने की जानकारी उन्हें हैं और सप्ताह भर के अंदर मैनुअल राशनकार्ड संबंधित परिवारों को उपलब्ध करा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि दावे-आपत्तियों के संदर्भ में आवेदन में तेजी आई है और 15 जुलाई तक दावे-आपत्तियों के 70 हजार आवेदन मिले। इनकी जांच हो रही है और जिले में 43 हजार नए राशन कार्ड छपने की स्थिति में हैं। उन्होंने बताया कि आवेदन की तिथि में विस्तार भी संभव है पर अभी उन्हें आधिकारिक जानकारी नहीं है।
जिलाधिकारी ने जिले में खेती की स्थिति की जानकारी भी ली और बताया कि डीजल अनुदान की राशि जिले को प्राप्त हो गई है और शीघ्र ही इसका वितरण किया जाएगा। चर्चा के क्रम में उन्हें पत्रकारों ने कारगिल बस स्टैंड का उद्घाटन लंबित होने, चिल्ड्रेन पार्क की यथास्थिति, शहर में सार्वजनिक शौचालयों की किल्लत, हैंडपंप व ट्यूबबेल खराब होने, अर्थिग की परेशानी के कारण लो वोल्टेज की स्थायी समस्या आदि की जानकारी दी। साथ ही तटबंधों की मरम्मत की मांग भी उठी। जिलाधिकारी ने इन समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। उनके साथ जिला सूचना व जनसंपर्क अधिकारी लालबाबू सिंह भी मौजूद रहे।
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चंडी ढैंचा प्रकरण की हो रही जांच : डीएम
बिहारशरीफ : जिलाधिकारी बी कार्तिकेय ने चंडी में ढैंचा बीज को कालाबाजारी में बेचे जाने संबंधी खबर का संज्ञान लेते हुए सोमवार को इसकी जांच के लिए जिला मुख्यालय से अधिकारियों की टीम को चंडी प्रखंड मुख्यालय भेजकर वस्तुस्थिति की जानकारी मांगी है। सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने जागरण में सोमवार के अंक में छपी खबर की खुद चर्चा की और कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में मौजूद जागरण के प्रतिनिधि से इस खबर के बारे में जानकारी भी ली। उन्हें बताया गया कि किसानों के लिए आया अनुदानित बीज नहीं बंटने की शिकायतें मिल रही हैं। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की सक्रियता के बाद इसकी जांच की बात बीएओ ने कही थी लेकिन लोगों को आशंका है कि जांच के नाम पर लीपापोती हो रही है।