तोड़ा जाएगा निगम का 143 साल पुराना कार्यालय
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : आनेवाले दिनों में नगर निगम कार्यालय अत्याधुनिक भवन में शिफ्ट होगा। खपरैल मकान में चल रहा वर्तमान कार्यालय शीघ्र ही शिफ्ट होगा और खपरैल का पुराना मकान गिरा दिया जाएगा। यह भवन पटना जिले के तत्कालनीन बिहारशरीफ अनुमंडल पदाधिकारी सह नगर पालिका प्रशासक एएम ब्राडली के कार्यकाल में 1871 में बना था। नगर निगम का यह प्रशासनिक भवन 143 वर्ष पुराना है। इससे पुराना कोई प्रशासनिक भवन जिले में नहीं है।
रिकार्ड के मुताबिक बिहारशरीफ को अंग्रेजों के शासनकाल में 1869 में ही नगर पालिका का दर्जा मिला था। इसके बाद 1871 में इस भवन का निर्माण हुआ। रखरखाव के अभाव में दिन पर दिन इस एतिहासिक भवन का हाल बुरा होता गया आज यह इतना बुरे हालत में है कि उसके अंदर कोई कर्मी विभागीय कार्य करने को तैयार नहीं है।
कुछ लोगों की पीड़ा है कि इस भवन की उपेक्षा शुरू से होती रही है। वर्षो बाद में बने नालंदा कालेज के प्रशासनिक भवन पर डाक टिकट तक जारी कर दिया गया है जबकि इस भवन का अनदेखी की गई है जो कई खट्टे-मीठे यादें अपने अंदर समेटे हुई है।
54 लाख की लागत से बनेगा नया भवन
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक पुराने भवन को तोड़कर 54 लाख की लागत से यहां पक्का हाइटेक भवन बनाया जाएगा। इस भवन में नगर निगम की सभी विभाग टैक्स वसूली करने वाले, सफाई विभाग, इंजीनियरिंग विभाग तथा प्रशासनिक अधिकारी का चेंबर रहेगा। नगर आयुक्त मोहन प्रकाश मधुकर ने बताया कि नया कार्यालय भवन अत्याधुनिक संसाधनों से लैस रहेगा।